Report By : ICN Network
ग्रेटर नोएडा में कई बिल्डरों द्वारा लम्बे समय से लंबित बकाया राशि जमा न करने पर UPSIDC (उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम) ने सख्त रुख अपनाया है। निगम ने ऐसे बिल्डरों के उन फ्लैट्स को सील करना शुरू कर दिया है, जो अब तक बिके नहीं हैं।
प्रशासन के अनुसार, ये बिल्डर लंबे समय से अपने प्लॉट या प्रोजेक्ट से जुड़ी सरकारी देनदारियों को चुकाने में विफल रहे हैं। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद जब भुगतान नहीं हुआ, तब निगम ने यह सख्त कदम उठाया है। UPSIDC की यह कार्रवाई रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता और अनुशासन कायम करने की दिशा में मानी जा रही है।
इस कार्रवाई के तहत पहले चरण में उन्हीं यूनिट्स को सील किया जा रहा है जो अब तक नहीं बेचे गए हैं और बिल्डरों के पास खाली पड़े हैं। इससे दो उद्देश्य पूरे होंगे—सरकारी राजस्व की वसूली और बकायेदारों पर दबाव।
बिल्डरों की ओर से हालांकि यह तर्क दिया जा रहा है कि बाजार की मौजूदा हालत को देखते हुए भुगतान में देरी हो रही है, लेकिन UPSIDC का कहना है कि वर्षों से लंबित बकाया अब बर्दाश्त के बाहर है।
निगम ने संकेत दिए हैं कि यदि जल्द ही भुगतान नहीं किया गया तो अगली कार्रवाई में परियोजनाओं की लीज रद्द करने तक की नौबत आ सकती है।