जिन राज्यों में स्वच्छता के लिए अच्छे कार्य हुए हैं, उन राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस को भी अपनाया जाए। देवभूमि उत्तराखंड में करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि देवभूमि उत्तराखंड की स्वच्छता का संदेश देश-दुनिया तक जाए। शहरों के सौंदर्यीकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की दिशा में भी निरंतर कार्य किए जाए। आगे CM ने कहा कि जन सहभागिता से ही जन सरोकारों से संबंधित अभियान सफल होते हैं। स्वच्छता अभियान में भी जन सहभागिता और सामाजिक संगठनों का पूरा सहयोग लिया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पांडेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, एडीजी एपी अंशुमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी उपस्थित रहे। राज्य में बुकें नहीं बुक की संस्कृति बनाई जाए
बैठक में CM ने कहा कि राज्य में बुकें नहीं बुक की संस्कृति बनाई जाए। कईं कार्यक्रमों और अतिथियों को भेंट करने के लिए बुकें के स्थान पर बुक भेंट की जाए। साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर जनपद व ब्लॉक में एक-एक लाइब्रेरी बनाई जाए। लाइब्रेरी में जन सामान्य और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के लिए उपयोगी पुस्तकों की व्यवस्था की जाए। सरकारी आयोजनों में खाने की बर्बादी न हो, खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। निजी समारोहों में खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी जागरूकता अभियान चलाए जाएं। खेलों को दिया जाए बढ़ावा
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने ये भी कहा कि खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को नशा मुक्त अभियान से जोड़ने के लिए से स्कूलों में खेल मैदानों को सुदृढ़ किया जाए। इसके लिए शिक्षा विभाग से समन्वय कर विकास प्राधिकरण और नगर निकाय कार्य करें, ताकि शैक्षणिक समय के बाद इन खेल मैदानों का खेल प्रेमियों की सुविधा के लिए बेहतर उपयोग हो सके।