Vaishno Devi YatraVaishno Devi Yatra: माता वैष्णो देवी के दर्शन को आतुर श्रद्धालुओं के लिए एक बार फिर निराशा हाथ लगी है। खराब मौसम की चपेट में आकर वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा को बुधवार, 17 सितंबर को शाम करीब 5:30 बजे कटरा से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। प्रशासन ने साफ किया है कि गुरुवार सुबह यदि मौसम ने साथ दिया और आसमान साफ हुआ, तभी भक्तों का यह आध्यात्मिक सफर दोबारा शुरू होगा। यह यात्रा 26 अगस्त के बाद बुधवार से ही पुनः शुरू की गई थी, लेकिन प्रकृति की अनिश्चितता ने फिर से रास्ता रोक दिया।
भूस्खलन की त्रासदी ने बढ़ाई सतर्कता
बीते 26 अगस्त को जम्मू संभाग में मौसम की बेरहमी ने कहर बरपाया था। माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर हुए भयावह भूस्खलन ने 35 से अधिक तीर्थयात्रियों की जान ले ली, जबकि 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस त्रासदी के बाद प्रशासन ने यात्रा को तत्काल स्थगित कर दिया था। कटरा में भूस्खलन के खतरे को देखते हुए होटल और धर्मशालाओं को खाली करने के सख्त निर्देश जारी किए गए थे, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
श्रद्धा और सावधानी का संगम
प्रकृति के इस रौद्र रूप ने प्रशासन को और सतर्क कर दिया है। माता वैष्णो देवी की यात्रा, जो लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है, को मौसम की अनुकूलता के आधार पर ही शुरू करने का फैसला लिया गया है। प्रशासन का यह कदम न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि माता के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की आस्था को भी सम्मान देता है। अब सभी की निगाहें गुरुवार सुबह के मौसम पर टिकी हैं, जब यह तय होगा कि माता का दरबार श्रद्धालुओं के लिए फिर से खुलेगा या नहीं।