Report By : ICN Network
महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई-विरार महानगरपालिका (VVMC) से जुड़े अवैध निर्माण घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व आयुक्त और आईएएस अधिकारी अनिल पवार, बहुजन विकास आघाडी के नगरसेवक व बिल्डर सीताराम गुप्ता, बिल्डर अरुण गुप्ता और निलंबित उप नगर नियोजन अधिकारी वाई.एस. रेड्डी को गिरफ्तार किया है।
जांच में सामने आया कि कुछ बिल्डरों ने अनधिकृत इमारतें खड़ी कर भोले-भाले निवेशकों को फ्लैट बेच दिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इन निर्माणों को बाद में ध्वस्त कर दिया गया, जिससे कई खरीदार बेघर हो गए।
अधिकारियों के मुताबिक, सभी आरोपियों को 13 अगस्त को हिरासत में लिया गया और अब उन्हें मुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा, जहां ईडी उनकी रिमांड की मांग करेगी। अनिल पवार, जो महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दादा भुसे के रिश्तेदार हैं, शिंदे सरकार के दौरान वसई-विरार नगर निगम के आयुक्त और ठाणे के अपर जिला कलेक्टर रहे हैं।
पिछले महीने ईडी ने इस अवैध निर्माण सिंडिकेट के खिलाफ 16 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी, जिसमें आर्किटेक्ट्स, इंजीनियरों और एजेंटों के ठिकानों से दस्तावेज, नकद और संपत्ति से जुड़े सबूत मिले।
जांच एजेंसी के अनुसार, यह नेटवर्क लगभग 60 एकड़ सरकारी जमीन पर 41 अवैध रिहायशी और व्यावसायिक इमारतों के निर्माण में शामिल था। आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों और भ्रष्टाचार के जरिए मंजूरी ली गई और फाइल पास कराने के लिए भारी रिश्वत आर्किटेक्ट्स व एजेंटों के माध्यम से दी!