बलरामपुर जिले के सदर तहसील के कई गांव के लोग अभी भी तमाम मूलभूत सुविधाओं से महरूम हैं। जबकि इनकी फरियाद न तो जिम्मेदार अफसरों ने सुनी और न ही जन प्रतिनिधियों ने। हर तरफ से मायूसी हाथ लगने पर सुहेलवा वन्य जीव अभ्यारण में बसे ग्राम भदवार और बरहवा के लोगों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है। सदर तहसील का ग्रामसभा भदवार और बरहवा आज भी विकास की बांट जोह रहा है। स्थानीय निवासी सद्दाम पासवान ने कहा कि सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल की कमी है। कोई लाभ नही मिला इसलिए इस बार यहां के लोगो ने वोट नही देने का मन बनाया है।ग्रामीण राजेश कुमार ने बताया कि पिछली बार भी मतदान का बहिष्कार किया गया था लेकिन अधिकारियों ने आकर हमारी समस्याओं को निस्तारण करने का आश्वासन दिया था। तो मतदान किया गया। लेकिन एक बार फिर झूठे दावों ने हम ग्रामीणों को मायूस कर दिया।
ग्रामीण ने कहा कि सड़क न होने से बच्चे अच्छे स्कूलों तक नही पहुँच पाते, अस्पताल पहुँचने में देरी से मरीज की जान चली जाती है। लेकिन प्रशासन व नेताओ ने कभी इस गांव की सुध नही ली, जिससे यहां के ग्रामीणों ने मतदान न करने का निर्णय किया है। सिद्धार्थ सरोज ने कहा कि हम लोग परेशान हो गए है। सिर्फ आश्वासन मिलता गया। अब लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार कर अपने मताधिकार का प्रयोग का न करने ठोस फैसला लिया गया है कि रोड, बिजली,अस्पताल, पानी नही तो वोट नही। अब देखने वाली बात होगी कि कि जिले के दो ग्राम सभा में चुनाव बहिष्कार की घोषणा होने के बाद जिला प्रशासन और जिला निर्वाचन कार्यालय क्या कदम उठाता है? क्या जिला प्रशासन अपने स्तर से इन ग्रामीणों के वर्षों पुराने मांग को पूरा कर पता है या नहीं ।