डिजिटल अरेस्ट के नाम पर साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आसनसोल में एक व्यक्ति को मुंबई पुलिस और सीबीआई बताकर साइबर अपराधियों ने 1 करोड़ 27 लाख रुपये से अधिक की ठगी की। पीड़ित तपन कुमार माजी ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इससे पहले भी आसनसोल में एक सहायक अभियंता डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए थे।
डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी के प्रति बार-बार जागरूकता के बावजूद लोग सतर्क नहीं हो रहे हैं और साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। हीरापुर थानांतर्गत आसनसोल के रवींद्र नगर स्थित डाली लाज इलाके में एक व्यक्ति से एक करोड़ 27 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है
पीड़ित तपन कुमार माजी ने आरोप लगाया है कि साइबर अपराधियों ने उन्हें डिजिटल तरीके से गिरफ्तार कर मुंबई पुलिस और सीबीआइ बताकर एक करोड़ 27 लाख 4,332 रुपये की ठगी की है।
शिकायत कराई दर्ज
उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद आसनसोल साइबर थाना ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले जून माह में आसनसोल नगर निगम के पूर्व सहायक अभियंता सुकुमार दे को साइबर अपराधियों ने 32 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके 1.65 करोड़ रुपये लूट लिए थे।