आजाद समाज पार्टी के मुखिया ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जय भीम का नारा लगाने से कोई कार्यकर्ता नहीं हो जाता है। हल्ला करने से विचारधारा भी आगे नहीं बढ़ती है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के हवाले से उन्होंने कहा कि समझदारों की भीड़ में कोई बेवकूफ अच्छे कपड़े पहन कर बैठ जाए तो वह तब तक नहीं समझ में आता जब तक कुछ बोलना या करना शुरू नहीं कर दे। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि इसलिए अच्छे काम और बातों से आप अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाएं। बीजेपी से डर कर नहीं डटकर करना है मुकाबला
इंडिया गठबंधन में शामिल होने के सवाल पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार हो रहा है। आज बीजेपी सरकार से सीधे टकराने का समय है। सीबीआई या ईडी जैसी जांच एजेंसियों से डरने की जरुरत नहीं है। बीजेपी सरकार से डर कर नहीं डटकर मुकाबला करना है। हर सवाल का बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। नेता का व्यक्तिगत हित समाज से बड़ा नहीं हो सकता। नेता अगर अपने आप को समाज से ऊपर समझता है तो लोकतंत्र के लिए अभिशाप है। मायावती से जुड़े सवालों पर ये कहा…
मीडियाकर्मियों ने जब चंद्रशेखर से पूछा कि बसपा सुप्रीमो ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है। तो इसके जवाब में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मायावती ने कुछ सोचकर फैसला लिया होगा। मायावती ने फैसला कब और क्यों लिया? चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि किसी भी मामले में हमें एक होकर लड़ना चाहिए। मैं आकलन कर रहा हूं कि उत्तर प्रदेश की जमीन क्या सोच रही है। आप मेरे और मायावती के बीच में झगड़ा न करायें। मायावती का आशीर्वाद सदैव मुझे मिलता रहा है। आज मैं जो भी हूं उनकी वजह से हूं। उनसे मैंने सीखा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि मायावती दीर्घायु हों और उनका उनका आशीर्वाद मिलता रहे।