Report By : ICN Network
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने सेक्टर 29 और 33 में 16 औद्योगिक भूखंडों का आवंटन रद्द कर दिया है। यह फैसला उन मामलों में लिया गया है, जहां एक ही परिवार के कई सदस्यों ने अलग-अलग कंपनियों के नाम पर भूखंड प्राप्त करने का प्रयास किया। जांच में पता चला कि पति-पत्नी और उनके पुत्रों ने मिलकर कई कंपनियाँ बनाईं और नियमों का उल्लंघन करते हुए कई भूखंड अपने नाम करा लिए।
2020 में कोविड-19 के दौरान शुरू की गई योजना के तहत सेक्टर 29 में औद्योगिक पार्क के लिए 712 और सेक्टर 33 में टॉय पार्क के लिए 143 भूखंड उपलब्ध कराए गए थे। कुल 2,785 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2,290 पात्र पाए गए और 9 अक्टूबर 2020 को लॉटरी के माध्यम से 700 आवेदकों को भूखंड आवंटित किए गए।
लॉटरी के तुरंत बाद यह शिकायतें सामने आईं कि एक ही परिवार के सदस्यों को कई आवंटन मिले हैं। कुछ आवेदकों के पास जरूरी दस्तावेज नहीं थे, फिर भी उन्हें मौखिक निर्देशों पर लॉटरी में शामिल किया गया। प्राधिकरण ने आवंटन पत्र में पहले ही स्पष्ट किया था कि एक ही परिवार को केवल एक भूखंड आवंटित किया जाएगा। नियमों के उल्लंघन की स्थिति में आवंटन रद्द कर दिया जाएगा।
अतिरिक्त सीईओ के नेतृत्व में एक समिति ने 43 मामलों की जांच की। कानूनी सलाह के बाद पुष्टि हुई कि 28 आवंटन 10 परिवारों से संबंधित थे, जिनमें से 16 भूखंडों का आवंटन रद्द कर दिया गया।
प्राधिकरण रद्द किए गए भूखंडों को आगामी औद्योगिक योजना में फिर से शामिल करेगा, जो इस सप्ताह शुरू की जाएगी। इसमें 8,000 वर्ग मीटर से कम आकार के 81 भूखंड और 20 बड़े भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। आवंटन रद्द होने पर प्रभावित लोगों को जमा राशि में से 20% कटौती के बाद शेष राशि लौटाई जाएगी।