नोएडा एयरपोर्ट और सेक्टर-10 में उत्तर भारत के पहले सेमीकंडक्टर प्लांट के नजदीक विकसित हो रहे इस सेक्टर में आवासीय भूखंड की योजना दीपावली पर लांच की जानी प्रस्तावित थी। रेरा में पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। अब यहां विकास कार्य शुरू कराने के साथ ही योजना को नए साल के तोहफे के रूप में लांच किया जाने की तैयारी है। यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक सेक्टर-5 यमुना सिटी में सबसे अच्छी लोकेशन पर मौजूद है। यहां अन्य सेक्टरों की तुलना में ज्यादा जगह ग्रीनबेल्ट के लिए छोड़ी गई है। वहीं यमुना एक्सप्रेसवे के लिए सीधे पहुंच मार्ग मिलेगा। भविष्य में प्रस्तावित खुर्जा-पलवल एक्सप्रेसवे भी इस सेक्टर के नजदीक होगा।
सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यमुना सिटी में आवासीय भूखंडों की अच्छी मांग बनी हुई है। सेक्टर-5 में भूखंड विकसित किए जा रहे हैं। इसमें सभी आकार के भूखंड रहेंगे। लॉटरी के माध्यम से इन आवासीय भूखंड आवंटित किए जाएंगे। रेरा पंजीकरण मिलते ही इस योजना को लांच कर दिया जाएगा। 276 भूखंड के लिए आए थे 54 हजार आवेदन
इसी साल अप्रैल में यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर-18 के पॉकेट 9बी में बचे हुए 276 भूखंड की योजना लांच की थी। इसके लिए 54 हजार आवेदन आए थे। इससे यमुना सिटी में आवासीय भूखंड की मांग का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी तरह 2024 मेंं सेक्टर-24ए में आई 451 भूखंड की योजना और 2023 में आई 1154 भूखंड की आवासीय योजना में भी कई गुना आवेदन आए थे।