Report By : ICN Network
यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के बीच अब एक नया इंटरचेंज बनने जा रहा है, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लोगों की यात्रा और भी आसान हो जाएगी। यह इंटरचेंज ग्रेटर नोएडा के पास स्थित जगनपुर-अफजलपुर गांव के नजदीक बनाया जाएगा, जो यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर है। इस योजना का उद्देश्य पश्चिमी यूपी, हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों को सीधे और तेज़ कनेक्टिविटी प्रदान करना है, जिससे खास तौर पर नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक पहुंचना बेहद सुगम हो जाएगा।
करीब 6.6 किलोमीटर लंबे इस लिंक की लागत लगभग 270 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसके लिए 60 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा पूरा किया जाएगा और इसे वर्ष 2025 के मध्य तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस इंटरचेंज के बनने से मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद सहित पूरे पश्चिमी यूपी और हरियाणा से यात्रा करने वालों को यमुना एक्सप्रेसवे और जेवर एयरपोर्ट की ओर जाने में काफी सहूलियत होगी। यात्रा की दूरी भी करीब 15 से 20 किलोमीटर तक कम हो जाएगी और समय की भी बड़ी बचत होगी। इससे न केवल यात्रियों को फायदा पहुंचेगा, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों को भी रफ्तार मिलेगी।
हालांकि, परियोजना में पहले कुछ अड़चनें आई थीं। पहले जिस कंपनी को निर्माण का काम सौंपा गया था, उसने लागत में बढ़ोतरी की मांग की, जिससे काम आगे नहीं बढ़ पाया। लेकिन अब सरकार द्वारा इस योजना को सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है, और जमीन सर्वेक्षण का काम भी पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लाखों लोगों के लिए यात्रा का अनुभव पूरी तरह से बदल जाएगा, और यह क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।