Report By : ICN Network
विश्व पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 5 जून 2025 को पर्यावरण और सांस्कृतिक संरक्षण का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर बेल (बिल्व) का पौधा लगाकर प्रकृति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि परिसर में राम दरबार प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेकर देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित रखने का आह्वान किया। यह दिन और भी खास बन गया क्योंकि इसी दिन मुख्यमंत्री योगी का जन्मदिवस भी मनाया गया।
सुबह के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास में बेल (बिल्व) का पौधा लगाया। भारतीय परंपरा में बेल का वृक्ष न केवल धार्मिक दृष्टि से पूज्य है, बल्कि इसका औषधीय महत्व भी अत्यधिक है। पौधारोपण के इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान दें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा — ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः।’ उन्होंने सभी नागरिकों को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दीं और इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेने का आग्रह किया। उनके इस भावपूर्ण संदेश को जनता का भरपूर समर्थन मिला और लोगों ने पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की।
पौधरोपण कार्यक्रम के अवसर पर वन विभाग के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना और वन राज्य मंत्री केपी मलिक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की बधाई दी और उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव (वन/पर्यावरण) अनिल कुमार, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष सुनील कुमार चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अनुराधा वेमुरी, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रचार-प्रसार) पीपी सिंह तथा लखनऊ की मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में आयोजित राम दरबार प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेकर एक ऐतिहासिक क्षण को सजीव किया। रामलला की प्रतिष्ठा के बाद इस समारोह ने अयोध्या की आध्यात्मिक गरिमा को और अधिक गहराई से उजागर किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की भव्य प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा करते हुए विशेष पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री के जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने शुभकामनाएं प्रेषित कीं। साथ ही प्रदेश भर में आम नागरिकों, समर्थकों और विभिन्न संगठनों ने इस दिन को ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाते हुए हवन, भंडारे, रक्तदान शिविर और सेवा कार्यों का आयोजन किया।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते वर्षों में पर्यावरण संरक्षण को एक प्राथमिक एजेंडा बनाया है। वन क्षेत्र विस्तार, सामूहिक वृक्षारोपण अभियानों को जनसहभागिता से जोड़ना और पारंपरिक मूल्यों को आधुनिक विकास के साथ समन्वित करना, इन सबमें राज्य सरकार ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
इस वर्ष का विश्व पर्यावरण दिवस केवल हरियाली बढ़ाने का संकल्प नहीं रहा, बल्कि इसमें सांस्कृतिक चेतना और आध्यात्मिक ऊर्जा का भी अद्भुत समावेश हुआ। कार्यक्रमों के ज़रिए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश दिया कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार का दायित्व नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने आह्वान किया कि अगर हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा लगाकर उसका संरक्षण करे, तो उत्तर प्रदेश आने वाले वर्षों में एक स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषणमुक्त राज्य बन सकता है।