Report By : ICN Network
उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा को एक सुरक्षित और स्मार्ट शहर बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना का अनावरण किया है। इस योजना के तहत शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। नोएडा को ‘सेफ सिटी’ बनाने का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है, साथ ही अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाना है। इस योजना को लागू करने के लिए 208.47 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो कि नोएडा शहर में सुरक्षा के साथ-साथ ट्रैफिक प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं की एकीकृत प्रणाली बनाने के लिए खर्च किया जाएगा।
इस योजना में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आई-3सी), सीसीटीवी आधारित सिटी सर्विलांस सिस्टम, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा, डिजिटल फॉरेंसिक और फेस रिकग्निशन तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा ताकि संदिग्ध गतिविधियों का तुरंत पता चल सके और उन्हें नियंत्रित किया जा सके।
यह योजना केवल पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि महिलाओं और नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए भी लागू की जा रही है। नोएडा के प्रमुख स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए जाएंगे, जो आपातकालीन स्थिति में तुरंत संदेश प्रसारित करने में मदद करेंगे। इसके साथ ही, भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) का इस्तेमाल करके शहर की सुरक्षा और ट्रैफिक की निगरानी भी की जाएगी।
योगी सरकार का यह कदम नोएडा में सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के माध्यम से न केवल अपराधों की दर कम करने का लक्ष्य रखा गया है, बल्कि यह शहर को तकनीकी दृष्टि से भी मजबूत बनाएगा, जिससे नागरिकों को एक स्मार्ट और सुरक्षित जीवन जीने का अवसर मिलेगा।