Report By : Amit Rana एक युवक डेटिंग एप के जरिए हुई दोस्ती के चक्कर में फंस गया और उसे सेक्स के बहाने बुलाकर छह लोगों ने उसके कपड़े उतारकर अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद मारपीट कर आरोपितों ने वीडियो प्रसारित करने और हत्या की धमकी देकर 60 हजार रुपये चार खातों में ट्रांसफर कराकर छोड़ दिया। पीड़ित ने कई दिन बाद परेशान होकर पुलिस से मामले की शिकायत की है
गाजियाबाद में डेटिंग एप के जरिए युवक को जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। छह लोगों के एक गिरोह ने युवक से दोस्ती कर उसे सेक्स के बहाने बुलाया और फिर उसके कपड़े उतरवाकर अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद उसे धमकाकर 60 हजार रुपये चार अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाए। पीड़ित ने कई दिनों बाद परेशान होकर पुलिस से शिकायत की, जिसके आधार पर मधुबन बापूधाम पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया
लोहिया नगर निवासी पीड़ित ने 21 जनवरी को डेटिंग एप ग्राइंडर डाउनलोड किया था, जहां उसकी दोस्ती एक युवक से हो गई। अजय नामक युवक ने उसे सेक्स के लिए एनडीआरएफ के पास स्थित अक्षय एन्क्लेव में बुलाया। जब पीड़ित वहां पहुंचा, तो दरवाजे पर ताला लगा हुआ था। इसी दौरान गौरव नामक युवक आया और ताला खोलकर उसे अंदर ले गया। जैसे ही दोनों ने कपड़े उतारे, चार अन्य लोग वहां पहुंचे और उसका वीडियो बनाने लगे
जब पीड़ित ने विरोध किया, तो आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसे वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी देकर 60 हजार रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया। पैसे मिलने के बाद भी उसे पुलिस के पास जाने पर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर भगा दिया गया।
मधुबन बापूधाम पुलिस ने मामले की जांच के बाद तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले भी पुलिस ने 14 जनवरी को इसी तरह की ठगी करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार, दोनों गिरोह अलग-अलग हैं, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली एक जैसी है
यह पहली बार नहीं है जब डेटिंग एप के जरिए पुरुषों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। इससे पहले भी मधुबन बापूधाम पुलिस ने ऐसे कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो डेटिंग एप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को दोस्ती के बहाने बुलाते थे। फिर उन्हें कमरे में ले जाकर उनके अश्लील फोटो-वीडियो बनाते और पैसों की मांग करते थे।
पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों से बचने के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है और किसी अनजान व्यक्ति पर जल्दी भरोसा नहीं करना चाहिए। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए साइबर सेल भी सक्रिय रूप से जांच कर रही है