लंबे समय से चली आ रही मत्थपच्ची के बाद आखिरकार भाजपा ने देवरिया लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व निवर्तमान सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी का टिकट काटकर पार्टी ने इस बार शशांक मणि पर भरोसा जताया है। शशांक मणि लंबे समय से जनसेवा जैसे कार्यों में जुटे हैं। स्वावलंबी भारत अभियान केंद्रीय टोली के नीति प्रमुख हैं। इनकी तीन पुस्तकें मिडिल ऑफ डॉयमंड इंडिया, भारत एक स्वार्णिम यात्रा व इंडिया काफी चर्चित हैं।
आईआईटी दिल्ली से बीटेक व आईएमडी लुसान से एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद शशांक मणि अपने पिता श्रीप्रकाश मणि और दादा सूरत नरायण मणि के आदर्शों पर चल पड़े। पिता ले. जनरल श्रीप्रकाश मणि लोकसभा सीट देवरिया सदर से दो बार सांसद निर्वाचित हो चुके हैं। दादा सूरत नरायण मणि एक लोकप्रिय आईएएस अधिकारी रहे। वर्ष 2008 में शशांक मणि ने जागृति यात्रा की शुरूआत की। आगे चलकर अपने गांव बरपार में जागृति उद्यम केंद्र पूर्वांचल की नींव रखी। बैतालपुर में कॉल सेंटर की स्थापना की। उनकी जागृति देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, महाराजगंज समेत पूर्वांचल के कई जिलों में उद्यम को बढावा देने का कार्य कर रही है .