चर्चित कोचिंग शिक्षक खान सर ने हाल ही में एक बयान में कहा कि वह बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) से माफी नहीं मांगेंगे। खान सर का यह बयान बीपीएससी द्वारा उन पर लगाये गए आरोपों के संदर्भ में था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि आयोग उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस दायर करता है, तो वह जेल जाने के लिए भी तैयार हैं खान सर ने अपने इस बयान में यह भी बताया कि वह अपने अभिप्राय से पीछे नहीं हटेंगे और जो कुछ भी उन्होंने कहा है, वह अपने छात्रों के हित में ही था। उनका कहना था कि उन्होंने किसी का अपमान करने या किसी को नीचा दिखाने का इरादा नहीं किया था। खान सर का यह बयान बीपीएससी द्वारा उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी पर कार्रवाई करने के बाद आया है इस विवाद के बाद खान सर के समर्थन में उनके कई छात्र और समर्थक भी सामने आए हैं, जो मानते हैं कि उनका उद्देश्य केवल शिक्षा में सुधार लाने और छात्रों की मदद करने का था। हालांकि, बीपीएससी ने उनकी टिप्पणियों को गलत और अनुशासनहीन माना था खान सर का यह रुख उनके संघर्ष को दर्शाता है, जहां वे अपनी बातों पर अडिग हैं और अपनी विचारधारा को बनाए रखने के लिए किसी भी कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं
खान सर ने कहा कि वे बीपीएससी से माफी नहीं मांगेंगे, जेल जाने को तैयार हैं
चर्चित कोचिंग शिक्षक खान सर ने हाल ही में एक बयान में कहा कि वह बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) से माफी नहीं मांगेंगे। खान सर का यह बयान बीपीएससी द्वारा उन पर लगाये गए आरोपों के संदर्भ में था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि आयोग उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस दायर करता है, तो वह जेल जाने के लिए भी तैयार हैं खान सर ने अपने इस बयान में यह भी बताया कि वह अपने अभिप्राय से पीछे नहीं हटेंगे और जो कुछ भी उन्होंने कहा है, वह अपने छात्रों के हित में ही था। उनका कहना था कि उन्होंने किसी का अपमान करने या किसी को नीचा दिखाने का इरादा नहीं किया था। खान सर का यह बयान बीपीएससी द्वारा उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी पर कार्रवाई करने के बाद आया है इस विवाद के बाद खान सर के समर्थन में उनके कई छात्र और समर्थक भी सामने आए हैं, जो मानते हैं कि उनका उद्देश्य केवल शिक्षा में सुधार लाने और छात्रों की मदद करने का था। हालांकि, बीपीएससी ने उनकी टिप्पणियों को गलत और अनुशासनहीन माना था खान सर का यह रुख उनके संघर्ष को दर्शाता है, जहां वे अपनी बातों पर अडिग हैं और अपनी विचारधारा को बनाए रखने के लिए किसी भी कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं