ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पुलिस ने रेकी कर फैक्ट्री पर धावा बोलकर चोरी करने वाले गैंग को पकड़ा है। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गैंग के चार बदमाशों को पैर में गोली मारकर पकड़ा है
जबकि गैंग के तीन अन्य बदमाशों को कांबिंग के दौरान पकड़ा गया है। बदमाशों के पास से चोरी का माल और कार के साथ एक अन्य कार और उपकरण बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ में चार बदमाशों के पैर में गोली लगी है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने फैक्ट्री में चोरी करने की योजना तैयार की और फिर गैंग के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। घायल बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोन अवस्थी ने बताया कि 9 जनवरी को चिपयाना बुजुर्ग स्थित श्री बालाजी किचन उपकरण फैक्ट्री में बदमाशों ने चोरी की थी। फैक्ट्री से ईको कार, मशीन और अन्य सामान चोरी हो गया था। बिसरख थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोमवार रात बीएलएस स्कूल के पास मुठभेड़ के बाद गिरोह के दो आरोपियों शाहरुख निवासी मेरठ और आकाश त्यागी निवासी मेरठ को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पैर में गोली लगी है। उनके पास से फैक्ट्री से चोरी की गई ईको कार बरामद हुई है। उनके 4-5 साथी मौके से फरार हो गए। उनकी तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं। पुलिस पर की फायरिंग
डीसीपी ने बताया कि मंगलवार सुबह चिपियाना की पंच विहार कॉलोनी में एक बोलेरो पिकअप गाड़ी आने की सूचना मिली। पुलिस ने गांव के बाहर चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस ने बोलेरो को रोका तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान मुनाफ, आजाद व गुलजार निवासी सिखेड़ा पिलखुआ हापुड़ और गोलू उर्फ अंकुश निवासी शामली गांव गाजियाबाद के रूप में हुई है। मुनाफ व गुलजार के पैर में गोली लगी है। इनके कब्जे से फैक्ट्री में चोरी में शामिल बोलेरो व अवैध हथियार बरामद हुए। डीसीपी ने बताया कि इसके बाद कबाड़ कारोबारी इस्तकार निवासी मोहल्ला मजीदपुरा हापुड़ को गिरफ्तार किया। इसके अलावा चोरी की गई 5 बॉक्स लाइट, 14 गैस चूल्हे, एक ग्राइंडर मशीन, एक ड्रिल मशीन, 38 गैस बर्नर, 40 फर्नेस ज्वाइंटर पाइप, 25 बकेट वोल्ट ज्वाइंटर पाइप, चार पाइप नोजल ज्वाइंटर, तीन लोहे की एल्बो समेत अन्य चोरी का सामान बरामद हुआ है। इन सभी पर विभिन्न थानों में कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। मुनाफ व आजाद अपनी कबाड़ की दुकान बंद कर फेरी लगाने लगे थे। डीसीपी ने बताया कि आरोपी मुनाफ और आजाद की कबाड़ की दुकान है। करीब 6 महीने पहले दोनों ने दुकान बंद कर दी और कबाड़ खरीदने के लिए फेरी लगाने लगे। इस दौरान वे एक किचन इक्विपमेंट फैक्ट्री में जाने लगे। रेकी करने के बाद उन्होंने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर योजना बनाई। पिकअप बोलेरो गाड़ी चालक गोलू उर्फ अंकुश से संपर्क किया। उसे बहला-फुसलाकर वारदात में शामिल किया। चोरी का माल हापुड़ के इस्तकार कबाड़ व्यापारी को बेच दिया