कानपुर के ऑटो ड्राइवर का आरोप है कि ट्रैफिर इंस्पेक्टर ने उनका अपमान किया। उन्हें यह बात इस कदर बुरी लगी कि अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला ले लिया। वह इच्छामृत्यु मांगने डीएम के ऑफिस में पहुंच गए कानपुर के राकेश सोनी ऑटोरिक्शा चलाते हैं। कुछ दिनों पहले नौबस्ता चौराहे पर सवारी बैठाने को लेकर ई-रिक्शा वालों से कहासुनी हो गई। इसी बीच वहां ट्रैफिक इंस्पेक्टर आए। राकेश का आरोप है कि इंस्पेक्टर ने उनके साथ अभद्रता से पेश आते हुए अपमान किया। उन्हें यह बात इस कदर बुरी लगी कि अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला ले लिया। वह इच्छामृत्यु मांगने डीएम के ऑफिस में पहुंच गए। डीएम ने धैर्य से पूरी बात सुनी और फिर एक ऐसा फैसला लिया, जिसकी उम्मीद खुद ऑटो चलाने वाले राकेश को नहीं थी। डीएम साहब का खास फैसला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। कानपुर के हनुमंत विहार निवासी ऑटो चालक राकेश सोनी डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की जनता सुनवाई में पहुंचे। प्रतीक्षा के बाद जैसे ही राकेश सोनी को डीएम ने बुलाया तो राकेश ने रोते हुए कहा- साहब मुझे इच्छामृत्यु चाहिए। यह सुनते ही वहां डीएम सहित सभी लोग हैरान रह गए। लेकिन पूरी बात पता चलने पर डीएम ने सूझबूझ से फैसला लिया जिलाधिकारी ने फरियादी ऑटोवाले की व्यथा सुनते ही ना केवल उसे सांत्वना दी, बल्कि उसे 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित भी किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक ऑटो ड्राइवर का
कानपुर में ऑटो ड्राइवर ने इच्छामृत्यु मांगी, DM ने 26 जनवरी को चीफ गेस्ट बना दिया

कानपुर के ऑटो ड्राइवर का आरोप है कि ट्रैफिर इंस्पेक्टर ने उनका अपमान किया। उन्हें यह बात इस कदर बुरी लगी कि अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला ले लिया। वह इच्छामृत्यु मांगने डीएम के ऑफिस में पहुंच गए कानपुर के राकेश सोनी ऑटोरिक्शा चलाते हैं। कुछ दिनों पहले नौबस्ता चौराहे पर सवारी बैठाने को लेकर ई-रिक्शा वालों से कहासुनी हो गई। इसी बीच वहां ट्रैफिक इंस्पेक्टर आए। राकेश का आरोप है कि इंस्पेक्टर ने उनके साथ अभद्रता से पेश आते हुए अपमान किया। उन्हें यह बात इस कदर बुरी लगी कि अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला ले लिया। वह इच्छामृत्यु मांगने डीएम के ऑफिस में पहुंच गए। डीएम ने धैर्य से पूरी बात सुनी और फिर एक ऐसा फैसला लिया, जिसकी उम्मीद खुद ऑटो चलाने वाले राकेश को नहीं थी। डीएम साहब का खास फैसला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। कानपुर के हनुमंत विहार निवासी ऑटो चालक राकेश सोनी डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की जनता सुनवाई में पहुंचे। प्रतीक्षा के बाद जैसे ही राकेश सोनी को डीएम ने बुलाया तो राकेश ने रोते हुए कहा- साहब मुझे इच्छामृत्यु चाहिए। यह सुनते ही वहां डीएम सहित सभी लोग हैरान रह गए। लेकिन पूरी बात पता चलने पर डीएम ने सूझबूझ से फैसला लिया जिलाधिकारी ने फरियादी ऑटोवाले की व्यथा सुनते ही ना केवल उसे सांत्वना दी, बल्कि उसे 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित भी किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक ऑटो ड्राइवर का