यूपी का मौसम तेजी से बदल रहा है. बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया की 1 फरवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित करेगा. इसके बाद दोबारा 3 फरवरी को भी ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. उत्तर भारत सहित उत्तर प्रदेश में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। फरवरी के महीने में लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होंगे, जो उत्तर और पश्चिम भारत को प्रभावित करेंगे। इन विक्षोभों के कारण उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू होगा और आसमान में काले बादल छा जाएंगे। मौसम विभाग का अनुमान है कि 5 दिनों तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश हो सकती है IMD की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर सुबह के समय घना कोहरा दिखाई दे सकता है। 31 जनवरी को मौसम शुष्क रहेगा, हालांकि कुछ स्थानों पर हल्का कोहरा देखने को मिल सकता है। इसके बाद, 1 फरवरी को राज्य में बारिश की संभावना जताई जा रही है। 1 फरवरी को सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, मथुरा, अलीगढ़, संभल और अमरोहा जैसे जिलों में बारिश हो सकती है। इसके बाद 2, 3 और 4 फरवरी को भी बारिश का अनुमान है
शहर | तापमान अधिकतम/न्यूनतन | AQI |
लखनऊ | 24.4/9.0 | 350 |
आगरा | 25.6/8.3 | 93 |
कानपुर | 26.0/10.2 | 178 |
मेरठ | 24.4/7.1 | 203 |
वाराणसी | 25.8/9.2 | 79 |
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, 1 फरवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित करेगा, जिसके कारण उत्तर प्रदेश में बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसी तरह की स्थिति 3 फरवरी को भी बन सकती है। हालांकि इस दौरान तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना नहीं है हालांकि, इस मौसम बदलाव के बीच, अयोध्या उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, कानपुर में 26.0 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो राज्य में सबसे अधिक था। अन्य शहरों जैसे वाराणसी, लखनऊ और प्रयागराज में भी तापमान इसी सीमा के आसपास दर्ज किया गया इस मौसम बदलाव का असर राज्य के विभिन्न हिस्सों में देखा जाएगा, और बारिश के साथ ठंड बढ़ने की संभावना है