“अब रिटायरमेंट ऑप्शनल नहीं रहा, मजबूरी बन गया है।”उन्होंने कहा कि आज के दौर में जो अधिकारी सत्ता के हिसाब से काम नहीं करते या सरकार की नीतियों से असहमत होते हैं, उन्हें अलग-थलग कर दिया जाता है और उन पर इतना दबाव बनाया जाता है कि उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के लिए मजबूर कर दिया जाता है। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आशीष गुप्ता ने हाल ही में VRS (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) के लिए आवेदन किया है, जो राज्य के राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। गुप्ता वर्तमान में पुलिस महानिदेशक (विजीलेंस) के पद पर कार्यरत हैं और 1994 बैच के अधिकारी हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार में बैठे लोग उन अफसरों को लगातार हतोत्साहित कर रहे हैं, जो ईमानदारी और निष्ठा से काम करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अफसरशाही पर नियंत्रण रखने के लिए दबाव की राजनीति कर रही है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने आशीष गुप्ता की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को एक राजनीतिक दबाव का नतीजा बताया और कहा कि यह उदाहरण इस बात को साबित करता है कि अफसर अब खुलकर अपनी बात नहीं कह सकते। जो भी अफसर सत्ता से अलग सोच रखता है, वह या तो किनारे कर दिया जाता है या फिर मजबूरन रिटायरमेंट लेता है।
अखिलेश यादव का भाजपा सरकार पर हमला: “अब रिटायरमेंट विकल्प नहीं, मजबूरी बन गई है”
