जबकि साल 2019 -20 में जिले ने 419 स्कोर हासिल किए थे। पिछले सालों के आंकड़ों के हिसाब से साल दर साल स्कूलों का प्रदर्शन में कमी देखने को मिल रही है। स्कूलों के प्रदर्शन का आंकलन छह मानकों पर किया जाता है।
जिले के स्कूल छह प्रमुख मानकों में से किसी एक में भी 50 प्रतिशत अंक हासिल नहीं कर पाए हैं। खासकर डिजिटल लर्निंग के क्षेत्र में उनकी स्थिति बेहद कमजोर रही है। इतना ही नहीं, डिजिटल लर्निंग के साथ-साथ अन्य मापदंडों पर भी स्कूलों का प्रदर्शन औसत से नीचे ही रहा है।