बागपत के सुन्हेड़ा गांव में हेड कांस्टेबल अजय पंवार की हत्या से पहले गांव के व्हाट्सएप ग्रुप में शिक्षक मोहित ने सीधी गोली मारने की धमकी दी थी। मगर अजय ने धमकी को नजरअंदाज कर दिया। अजय को महसूस भी नहीं हुआ कि मोहित उसे अपना दुश्मन मानने लगा और इस तरह गोली मारकर उसकी हत्या कर देगा।
उधर, पोस्टमार्टम के बाद हेड कांस्टेबल अजय का गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जहां छह वर्षीय बेटे आरव ने उनको मुखाग्नि दी। सहारनपुर की साइबर सेल में तैनात हेड कांस्टेबल अजय पंवार निवासी सुन्हैड़ा 24 जून को एक माह की छुट्टी लेकर अपने नए मकान में गृह प्रवेश के लिए घर आए थे।
रविवार देर रात अजय पंवार घर के पास घूम रहे थे। तभी गांव का रहने वाला प्राइमरी स्कूल का शिक्षक मोहित वहां आया जो सहारनपुर के ननीता के प्राथमिक विद्यालय में तैनात है। अजय और मोहित के बीच कहासुनी हुई और मोहित ने तमंचा निकालकर अजय को गोली मारकर हत्या कर दी। हेड कांस्टेबल अजय की पत्नी ज्योति ने शिक्षक मोहित के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
परिजनों ने बताया कि अजय और मोहित काफी अच्छे दोस्त थे, जो छुट्टी आने के बाद एक साथ क्रिकेट खेलते थे। एक सप्ताह पहले गांव में क्रिकेट मैच में मोहित की टीम हार गई। इसके बाद गांव के व्हाट्सएप ग्रुप में टिप्पणी करने को लेकर उनमें गाली-गलौज हो गई। मृतक अजय की पत्नी ज्योति ने बताया कि विवाद के दौरान जब गाली-गलौज शुरू हुई, तो मोहित ने अचानक तमंचा निकालकर अजय की ओर तान दिया। अजय जान बचाने के लिए वहां से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन तभी मोहित ने फायर कर दिया। गोली अजय की कमर में लगी और छाती को चीरते हुए बाहर निकल गई। गोली लगते ही अजय जमीन पर ढेर हो गया।