नोएडा में आंगनबाड़ी केंद्रों को परिषदीय स्कूलों में स्थानांतरित करने की योजना है। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है जो स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का सर्वेक्षण करेगी। यह कदम उन केंद्रों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा जो वर्तमान में किराये के भवनों में चल रहे हैं और 500 मीटर के दायरे में स्थित केंद्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।
स्कूलों को Merge के बाद खाली हुए परिषदीय स्कूलों के भवनों में बाल वाटिका के संचालन का शासन ने खाका खींच दिया है।स्कूल के खाली भवनों में उन्हीं आंगनबाड़ी केंद्रों को शिफ्ट किया जाएगा, जिनकी अधिकतम दूरी पांच सौ मीटर होगी।स्कूलों के भवन व आंगनबाड़ी केंद्रों का सर्वे कराने मुख्य विकास अधिकारी विद्यानाथ शुक्ला की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।
कमेटी की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि कितने स्कूलों के खाली भवनों में बाल वाटिका का संचालन होगा।
जिले में कई आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवनों में संचालित हैं, जिनमें बच्चों के लिए मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे केंद्रों को स्कूलों के खाली भवनों में शिफ्ट किया जाना है।
जिले में पहले 511 परिषदीय स्कूल थे। करीब 145 स्कूलों को Merge किया गया है। ऐसे में लगभग 75 स्कूलों के भवन खाली हुए हैं। इनमें बाल वाटिका का संचालन शुरू कराने की योजना है।