SSC परीक्षा में भारी गड़बड़ी, शिक्षकों ने उजागर कीं खामियां
हाल ही में हुई SSC (Staff Selection Commission) परीक्षा को लेकर देशभर में छात्रों और शिक्षकों में गुस्सा और निराशा छाई हुई है। इस बार परीक्षा में ऐसी तकनीकी समस्याएं और अव्यवस्थाएं सामने आईं, जो पहले कभी नहीं देखी गईं। लाखों छात्रों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा, और कई तो परीक्षा ही नहीं दे पाए।
SSC की तैयारी कराने वाले शिक्षकों ने इन खामियों को खुलकर सामने रखा। शिक्षक रविंद्र सिंह और भाग्यश्री ने बताया कि तकनीकी खराबी के अलावा, छात्रों, खासकर महिला उम्मीदवारों के साथ बदसलूकी की शिकायतें भी मिलीं। कई महिला考生 और शिक्षकों ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर उनके साथ धक्का-मुक्की हुई और अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया।
कई छात्रों को उनके घर से 800-900 किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र दिए गए, जिसके कारण वे वहां पहुंच ही नहीं पाए। कुछ छात्रों को तो परीक्षा के दिन ही पता चला कि उनका पेपर रद्द हो गया है। केंद्रों पर दिए गए पेन और माउस खराब थे, कागज की गुणवत्ता बहुत खराब थी, और कई कंप्यूटर बार-बार बंद हो रहे थे, जिससे समय बर्बाद हुआ।
कुछ मामलों में तो छात्रों को ऐसे कंप्यूटर मिले, जिनमें प्रश्नों के जवाब पहले से भरे हुए थे। इससे परीक्षा की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी ने इन समस्याओं को माना है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया कि इन्हें कब और कैसे ठीक किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, इस बार SSC के 2,500 पदों के लिए 23 लाख से ज्यादा आवेदन आए थे। आमतौर पर 40-50% छात्र ही परीक्षा में शामिल होते हैं, फिर भी यह संकट लाखों छात्रों को प्रभावित कर रहा है। शिक्षकों का आरोप है कि जिन नए परीक्षा केंद्रों को पहली बार जिम्मेदारी दी गई, वहां सबसे ज्यादा गड़बड़ियां हुईं।
इन घटनाओं ने SSC की विश्वसनीयता और तैयारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सवाल यह है कि क्या आयोग इन समस्याओं का जल्द समाधान करेगा, या लाखों छात्रों की मेहनत और सपने एक बार फिर अनदेखे रह जाएंगे।