उत्तरकाशी आपदा
उत्तरकाशी, 18 अगस्त 2025: धराली-हर्षिल आपदा के 14वें दिन सोमवार को रेस्क्यू अभियान के दौरान हर्षिल से करीब तीन किलोमीटर आगे झाला के पास नदी किनारे एक शव बरामद हुआ। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शव सेना के जवान का बताया जा रहा है। इस आपदा में अब तक दो शव मिल चुके हैं।
पांच अगस्त को आई भीषण आपदा में पानी के साथ आए मलबे ने धराली क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी। मलबे की मोटी परत के नीचे होटल और लोग दबे हुए हैं। एनडीआरएफ की ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) तकनीक से पता चला है कि मलबे में 8 से 10 फीट की गहराई तक लोग और संरचनाएं दबी हो सकती हैं। इस अत्याधुनिक तकनीक के जरिए 40 मीटर गहराई तक दबे तत्वों का पता लगाया जा सकता है।
जीपीआर के संकेतों पर तेजी से चल रहा रेस्क्यू
एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट आरएस धपोला ने बताया कि जीपीआर से प्राप्त तस्वीरों से स्पष्ट हुआ है कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में मलबे के नीचे होटल और लोग फंसे हैं। संकेतों के आधार पर चुनिंदा स्थानों पर सावधानीपूर्वक खुदाई की जा रही है। रेस्क्यू अभियान को चार सेक्टरों में बांटकर तेज किया गया है, जिसमें दो सेक्टर एनडीआरएफ और दो एसडीआरएफ के जिम्मे हैं।
इससे पहले, आपदा स्थल से दो खच्चरों और एक गाय के शव भी बरामद किए गए थे। टीमें दिन-रात मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटी हैं, उम्मीद है कि जल्द ही और सुराग मिलेंगे।