सलाहकार तीनों रूट के सिविल डिजाइन, लागत, विद्युत यांत्रिक व ट्रैक के काम के लिए सर्वे कर विस्तृत रिपोर्ट एनएमआरसी को उपलब्ध करवाएगा। इसके लिए नोएडा मेट्रो करीब 24.21 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। सलाहकार को चयन के 5 साल तक इन तीनों रूट पर काम करना होगा। यह टेंडर नोएडा मेट्रो एमडी स्तर से जारी हुआ है।
इधर, अगर तीनों रूटों की कुल लंबाई 31.595 किलोमीटर होगी। ग्रेनो वेस्ट मेट्रो का सबसे बड़ा रूट सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक 17.345 किलोमीटर का है। इस दूरी में 11 स्टेशन बनाए जाने प्रस्तावित हैं। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मंजूरी के लिए केंद्र में है लेकिन वहां अभी प्रस्तुतिकरण नहीं हुआ है। गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेल की बीच में चर्चा से इस परियोजना की सुगबुगाहट तक पिछले कई महीनों से नहीं हो रही थी। दूसरा मेट्रो रूट सेक्टर-142 से बोटेनिकल गार्डन तक 11.56 किलोमीटर लंबा है। इस रूट पर 8 मेट्रो स्टेशन बनाए जाने हैं। रूट की डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र में है। तीसरा मेट्रो रूट डिपो से बोड़ाकी तक 2.6 किलोमीटर का है। इस रूट पर 2 मेट्रो स्टेशन बनाए जाने हैं। केंद्र से भी मंजूरी मिल चुकी है। एनएमआरसी अधिकारियों ने बताया कि डिटेल डिजाइन कंसल्टेंट की रिपोर्ट से टेंडर और फिर बाद में निर्माण करवाया जाना है। एजेंसी चयन के साथ सर्वे शुरू करवा दिया जाएगा

