नोएडा। नोएडा प्राधिकरण ने दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाइवे (डीएनडी) की देखरेख कर रही टोल ब्रिज कंपनी को 100.71 करोड़ रुपये का नोटिस जारी किया है। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि यह अप्रैल 2018 से अप्रैल 2025 का अतिरिक्त बकाया है। अलग-अलग सड़कों के हिसाब से प्राधिकरण ने विज्ञापन के शुल्क तय कर रखे हैं। नोएडा के हिस्से में विज्ञापन लगवाने का अधिकार डीएनडी को संचालित कर रही नोएडा टोल ब्रिज कंपनी के पास है।डीएनडी के संचालन के समय से ही प्राधिकरण ने यहां पर नोएडा टोल ब्रिज कंपनी से विज्ञापन शुल्क लेने के लिए कम दरें तय कर रखी थीं। इसकी वजह यह है कि डीएनडी को लेकर नोएडा प्राधिकरण व टोल ब्रिज कंपनी के बीच अनुबंध है। वर्ष 2016 से डीएनडी टोल फ्री है। मामले में पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी आया था। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि नोटिस के जरिए अप्रैल 2018 से अप्रैल 2025 का अतिरिक्त बकाया मांगा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि टोल ब्रिज कंपनी अभी 125 रुपये वर्गफिट के हिसाब से नोएडा प्राधिकरण को विज्ञापन लगवाने का भुगतान कर रही है। अब बीते सालों में दो-तीन बार विज्ञापन के रेट में इजाफा किया है। इस समय डीएनडी जैसी मुख्य सड़क पर विज्ञापन का शुल्क 500 रुपये प्रति वर्गफिट है। इसी हिसाब से गणना करते हुए नोएडा टोल ब्रिज कंपनी से पिछले सात साल का बकाया मांगा है। नोटिस जारी किए जाने की पुष्टि प्राधिकरण के जीएम आर पी सिंह ने की। जीएम ने बताया कि कंपनी को बकाया जमा करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। तय समय में बकाया नहीं देने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।