वीरेन्द्र सिंह वत्स ने कहा कि ट्रेड शो में प्रदर्शित नवीन उत्पाद और तकनीकें न केवल बाजार की जरूरतों को पूरा कर रही हैं, बल्कि रोजगार सृजन की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हो रही हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, “यहां आने वाली भीड़ में ज्यादातर युवा हैं, जिनकी आंखों में सुनहरे भविष्य के सपने और मन में आगे बढ़ने का जज्बा है। स्टॉलों पर युवा उद्यमियों की सक्रियता दिखाती है कि केंद्र और प्रदेश सरकार की रोजगार योजनाएं सफलता की नई इबारत लिख रही हैं।”

राज्य सूचना आयुक्त ने उत्तर प्रदेश पुलिस, पर्यटन विभाग, नमामि गंगे, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी), नोएडा प्राधिकरण, जेसीएस हनी और विभिन्न कार कंपनियों के स्टॉलों का अवलोकन किया। इन स्टॉलों पर प्रदर्शित उत्पादों और सेवाओं ने तकनीकी उन्नति के साथ-साथ स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने की ताकत को उजागर किया। ट्रेड शो की अवधि बढ़ाने की मांग
वीरेन्द्र सिंह वत्स ने सुझाव दिया कि ट्रेड शो की अवधि को बढ़ाया जाना चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसके लाभ से जुड़ सकें। उन्होंने कहा, “यह मंच न केवल उद्यमियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दे रहा है, बल्कि आम जनता को भी नवाचारों से रूबरू करा रहा है। इसका दायरा और प्रभाव बढ़ाने की जरूरत है।”

यूपीआईटीएस 2025 न केवल व्यापार और तकनीक का मेला है, बल्कि यह युवाओं के लिए प्रेरणा और अवसरों का एक जीवंत केंद्र भी बन गया है। राज्य सूचना आयुक्त के इस दौरे और उनके बयान ने साफ कर दिया कि यह ट्रेड शो उत्तर प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास की नई गाथा लिखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


