ओखला पक्षी विहार में सर्दियों में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। इन पक्षियों को देखने के लिए यहां पर्यटकों की तादात भी अधिक होती है। वन विभाग के मुताबिक ओखला पक्षी विहार में सर्दी में चार ई कार्ट चलाए जाएंगे। इससे पर्यटकों को सुविधा होगी। हालांकि ओखला पक्षी विहार की झील अभी सूखी हुई है, जबकि प्रवासी पक्षियों के आगमन का समय निकट है। फॉरेस्ट रेंजर अमित गुप्ता ने कहा कि ओखला पक्षी विहार में छह ई कार्ट थे, जिनमें से दो सूरजपुर वेटलैंड में भेज दिए गए हैं। अभी ओखला पक्षी विहार में पर्यटकों की संख्या अधिक नहीं है।
इस कारण जरूरत के अनुसार ई कार्ट चलाए जा रहे हैं। पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर चार ई कार्ट चलेंगे। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग की ओर से ओखला और हिंडन की तरफ नदी में गेटों की मरम्मत का काम किया जा रहा है। इसकी वजह बीते समय में बाढ़ के कारण गेट को नुकसान पहुंचना बताई जा रही है। पानी रोके जाने के कारण ओखला पक्षी विहार की झील का पानी सूख गया है। सिंचाई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मरम्मत कार्य में करीब एक हफ्ते का समय लगेगा, जिसके बाद झील में पानी आएगा। झील में पानी आने के बाद ही सफाई का काम शुरू किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सर्दियों में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी ओखला पक्षी विहार में पहुंचते हैं। यह मुख्य रूप से अक्टूबर से मार्च के दौरान देखे जाते हैं। यह पक्षी मध्य एशिया, यूरोप और साइबेरिया जैसे क्षेत्रों से लंबी दूरी तय करके आते हैं, क्योंकि इन क्षेत्रों में अत्यधिक ठंड और जमा देने वाली परिस्थितियों से बचने के लिए उन्हें एक अनुकूल आवास की तलाश होती है।