डॉक्टरों का कहना है कि पटाखों से निकलने वाले धुएं और रसायन आंखों के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। इस कारण नेत्ररोग विभाग में इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों की आंखों में नमी का कम होना, लाली, एलर्जी और लगातार पानी आने की शिकायत मिल रही है। जिम्स के नेत्ररोग विभाग की सह-आचार्य डॉ. नंदिता चतुर्वेदी ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण से आंखों का बचाव जरूरी है। आंखों को साफ पानी से धोते रहें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा आंख में नहीं डालें। आंखों की एलर्जी होने पर धूप और चूल्हे के पास न बैठें। आंखों में सूजन होने पर सूती कपड़े से सिकाई करें।
नोएडा: वायु प्रदूषण से लोगों की आंखों में जलन और एलर्जी की समस्या होने लगी

डॉक्टरों का कहना है कि पटाखों से निकलने वाले धुएं और रसायन आंखों के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। इस कारण नेत्ररोग विभाग में इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों की आंखों में नमी का कम होना, लाली, एलर्जी और लगातार पानी आने की शिकायत मिल रही है। जिम्स के नेत्ररोग विभाग की सह-आचार्य डॉ. नंदिता चतुर्वेदी ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण से आंखों का बचाव जरूरी है। आंखों को साफ पानी से धोते रहें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा आंख में नहीं डालें। आंखों की एलर्जी होने पर धूप और चूल्हे के पास न बैठें। आंखों में सूजन होने पर सूती कपड़े से सिकाई करें।