Report By-Deepanshu Sharma,Saharanpur,(UP)
यूपी के सहारनपुर का एक गांव ऐसा भी जिसकी दस हज़ार की आबादी का मीरगपुर गांव धूम्रपान रहित गांव की श्रेणी में है शुमार , 500 साल से मांस मदिरा धूम्रपान का गांव में नहीं होता सेवन
नशा मुक्त गांव के लिए देशभर में पहचान बना चुका मिरगपुर गांव का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है ।देवबंद निकट मंगलौर रोड पर काली नदी के तट पर बसा मिरगपुर गाँव अपने रहन-सहन और सात्विक खान-पान के लिए विख्यात है । 10000 की आबादी का यह गांव धूम्रपान रहित गांव की श्रेणी में शुमार है । इस गांव में किसी भी दुकान पर नशे का सामान नहीं बिकता लोग यहां पिछले 500 साल से मांस मदिरा का सेवन अथवा धूम्रपान जैसा कोई व्यसन नहीं करते
प्याज लहसुन तक से परहेज है । और यह भी सच है गांव को नशा मुक्त बनाने में कुछ युवाओं ने अहम योगदान दिया है । गांव के लोग इसे बाबा फकीरा दास का आशीर्वाद मानते हैं ।
घूमने के लिए आने वालों का कहना है कि आज से लगभग 550 वर्ष पूर्व गांव में बाबा फकीरा दास आए थे। उन्होंने ही गांव वालों को शिक्षा दी थी। अगर इस गांव को आप लोग ठीक देखना चाहते हो तो गांव में नशे की कोई भी वस्तु का प्रयोग नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही तामसिक भोजन भी गांव में ना बने, तभी यह गांव रह सकता है । गांव के लोगों ने इसका पालन किया और आज यह गांव सहारनपुर में ही नहीं पूरे विश्व में एक ऐसा गांव है ,जहां पर नशे की कोई वस्तु का प्रयोग नहीं किया जाता ।गांव का कोई व्यक्ति बीड़ी सिगरेट शराब आदि नशे की वस्तुओं को छूता तक नहीं और गांव में मांस मछली एवं प्याज लहसुन का भी प्रयोग नहीं किया जाता । गाँव के लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नशा मुक्त प्रदेश बनाने के लिए युवाओं से अपील कर रहे हैं। लेकिन हमारे गांव में कोई भी व्यक्ति नशा नहीं करता गांव में दुकानों पर भी नशे की कोई चीज नहीं बिकती। सहारनपुर का यह गांव अपने आप में एक नई मिसाल है ।गांव को नशा मुक्ति के लिए बहुत से अवार्ड भी मिले हैं। इसके साथी गांव का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है ।गांव के लोगों का कहना है कि नशे के कारण आज युवा बर्बाद हो रहे हैं ।हमारे ऊपर गुरु जी का आशीर्वाद है कि हमारे गांव का कोई भी व्यक्ति नशा नहीं करता युवा भी नशे से दूर रहते हैं। चाहे कोई गांव में रहता हो या फिर कहीं बाहर वह भी इस बात का पूर्ण ध्यान रखता है कि गलती से भी नशा ना हो और ना ही तामसिक भोजन का प्रयोग हो तो वहीं पर गांव वासियों ने सभी देशवासियों से नशे से दूर रहने की भी अपील की है ,और कहा है कि देश के प्रधानमंत्री एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश एवं देश नशा मुक्त हो क्योंकि तभी भारत आगे बढ़ सकता है ।