Report By : Sumit Rajput , Noida (UP)
Noida : एडवरटाइजिंग किसी भी बिज़नेस को बढ़ाने में सबसे ज़ादा लाभदायक साबित होती है , मगर इस बात का कुछ एडवरटाइजिंग कंपनियां एड की आड़ में चला रही हैं गोरख धंदा। दिल्ली एनसीआर में फैले ओटोअड्स के नाम दिल्ली की कुछ फेमस ओटोअड्स कंपनियां जैसे ( प्रचार नहीं तो व्यापर नहीं , Prachar Nahi To Vyapar Nahi ) न नियम देखती है और न क़ानून ,तरह तरह से ओटोअड्स के नाम पर कर रही है एनसीआर ट्रैफिक रूल्स , दिल्ली एमसीडी और नॉएडा में सरकारी अथॉरिटी नियम की उड़ा रही धज्जियाँ। ऑटो यूनियन , नॉएडा अथॉरिटी और एमसीडी से अपना टाई अप बताके क्लाइंट्स से लेते हैं मोटी रकम की हम आपका अड़ ऑटो में लगवा सकते हैं। मगर क्लाइंट्स को न सिर्फ ये धोका देती हैं बल्कि नियमों को तक पर रखकर कर रहे हैं बेधड़क फ्रॉड।इस बात को लेके जब हमने नॉएडा के ऑटो यूनियन अध्यक्ष से बात की तो उसने हमें बताया की ये जो कंपनियां हैं खुले आम गोरख धंदा चला रही हैं। जिसमे ये ऑटो ड्राइवर या ऑटो मालिक को बेहला फुसलाकर गिफ्ट के में ऑटो पर लगवाती हैं और क्लाइंट्स को बोलती हैं की हमारा ऑटो यूनियन के साथ टाई अप हो रखा है ,जिससे वह कस्टमर्स को एड्स के नाम पर अलग स्कीम और रेट लिस्ट ले साथ धोका देती हैं। इनका नॉएडा में किसी भी ऑटो यूनियन ने न तो टाई आप हैं और न ही परमिशन क्युकी ऐसे देख कभी यूनियन को लेकर जब इन कंपनियों के=को यूनियन रोकती हैं तो ये कमानियों के लोग इनके साथ हाथा पाई तक करते हैं। यहाँ तक ये कंपनियां रोड पे ओटोअड्स पर एड लगाकर ट्रैफिक रूल्स को खुले आम तोड़ हैं। ऑटो यूनियन अध्यक्ष का कहना है की उसने कई बार प्रशासन को इस बारे में लेटर और कम्प्लेन भी की , मगर कोई भी अधिकारी इस पर कार्यवाही नहीं कर रहा।
यहाँ तक कई ऑटो चालक भी यह भी कहना है की उनको भी ऑटो पर एड लगाने के लिए कंपनी को लोग उनके पास आते हैं मगर वो चालान के डर सेएड नहीं लगाते। ये कैसा कानून हो जो सबके लिए अलग है कुछ एड लगाते हैं और कुछ नहीं। क्या ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं। Watch These Videos ….