Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
वेस्ट यूपी में निवेश का केंद्र अब DNGIR (दादरी नोएडा गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन) न्यू नोएडा होगा। DNGIR गौतमबुद्ध नगर के 80 गांवों की जमीन अधिग्रहीत कर बसाया जाएगा। इसका मास्टर प्लान शासन को भेजा गया है। जमीन अधिग्रहण के लिए यहां लैंड पूल पॉलिसी को लागू किया जा सकता है। इस पर विचार किया जा रहा है। इसके लागू होने
के साथ ही शासन न्यू नोएडा के मास्टर प्लान को अप्रूव करेगा और गांव में जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
प्राधिकरण ने 213 वीं बोर्ड में करीब 1 हजार करोड़ रुपए जमीन अधिग्रहण के रिजर्व किए हुए है। जिनका पूरे वित्त वर्ष में उपयोग नहीं हो सका। ऐसे में अब यहां लैंड पूलिंग नीति को लागू करने के साथ जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। न्यू नोएडा का मास्टर प्लान प्राधिकरण और एसपीए (स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्ट) ने बनाया है। DNGIR करीब 21 हजार हेक्टेयर (203 वर्ग किमी) में बसाया जाएगा।
लैंड पूल नीति के तहत भू-स्वामी को 5 वर्ष तक अथवा विकसित भूखंड प्राप्त होने तक क्षतिपूर्ति के आधार पर मासिक रूप से मुआवजा 5000 रुपए प्रति एकड़ प्रतिमाह होगा।
- योजना के तहत पुलिस में दी गई भूमि का 25 प्रतिशत भू-स्वामी को आवंटित की जाएगी। विकसित भूमि का 80 प्रतिशत भूमि औद्योगिक उपयोग के लिए जो कम से कम 450 वर्गमीटर का होगा।
- जहां भी न्यूनतम आकार भी भूमि से कम भू-स्वामी को आवंटित होगी वहां उन मामलों में भू-स्वामी द्वारा अतिरिक्त भूमि मानकों के अनुसार खरीदी जा सकेगी।
- लाटरी के जरिए भू-स्वामीय को विकसित भूखंड आवंटित किए जाएंगे।
- लैंड पूल नीति में बाई-बैक का प्रावधान नहीं होगा। आवंटित भूमि पर मास्टर प्लान, बिल्डिंग बायलॉज, स्वीकृत ज़ोनल प्लान लीज डीड की शर्तें मान्य होंगी। भू-स्वामी के लिए स्टांप ड्यूटी देय नहीं होगी। लेकिन प्राधिकरण को पंजीकरण शुल्क देना होगा।
- विकसित भूखंड पर जल आपूर्ति, जल निकासी, सीवरेज, बिजली,, कचरा निष्पादन निपटारा का प्रावधान किया
- 12 प्रतिशत उपयोग आवासीय जो कम से कम 172 वर्ग मीटर वहीं, 8 प्रतिशत उपयोग व्यवसायिक के लिए जो कम से कम 48 वर्ग मीटर का होगा। 203 वर्ग किमी में न्यू नोएडा को बसाया जाना है। DNGIR मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत भू उपयोग औद्योगिक, 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया व रिक्रेशनल एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत प्रावधान किया गया है। DNGIR को गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों को मिलाकर बनाया गया है। इस शहर की आबादी 6 लाख के आसपास होगी।