उत्तर प्रदेश में इंडिया अलायंस के तहत चुनाव लड़ने वाली समाजवादी पार्टी के सामने एक महत्वपूर्ण सियासी प्रश्न खड़ा हो गया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान, अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ मंच साझा किया, लेकिन अब आलम यह है कि आम आदमी पार्टी लगातार यह मांग कर रही है कि कांग्रेस को इंडिया अलायंस से बाहर किया जाए। इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी अजय माकन के बयान का हवाला दे रही है सपा प्रवक्ता अमीक जमेई ने अब इस स्थिति को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि सपा ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन दिया है, क्योंकि पार्टी का हाल दिल्ली में अच्छा है। जमेई ने बताया कि इंडिया अलायंस राष्ट्रीय स्तर का गठबंधन है और सब पार्टियां एक साथ हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मामले में निर्णय बड़े नेताओं के बीच होगा दिल्ली के अलावा, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच महाराष्ट्र और यूपी में भी खटपट नजर आई थी। यूपी उपचुनाव के दौरान दोनों पार्टियां एक मंच से चुनाव प्रचार करती नहीं दिखीं। महाराष्ट्र में सपा ने महाविकास अघाड़ी से अलग होने का एलान किया था। इसके अलावा, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भी सपा और कांग्रेस के बीच तालमेल की कमी दिखाई दी। अब दिल्ली में कांग्रेस और AAP के बीच खटपट और बढ़ती जा रही है
INDIA अलायंस का क्या होगा? कांग्रेस और AAP में से किसे चुनेंगे अखिलेश! जाने

उत्तर प्रदेश में इंडिया अलायंस के तहत चुनाव लड़ने वाली समाजवादी पार्टी के सामने एक महत्वपूर्ण सियासी प्रश्न खड़ा हो गया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान, अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ मंच साझा किया, लेकिन अब आलम यह है कि आम आदमी पार्टी लगातार यह मांग कर रही है कि कांग्रेस को इंडिया अलायंस से बाहर किया जाए। इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी अजय माकन के बयान का हवाला दे रही है सपा प्रवक्ता अमीक जमेई ने अब इस स्थिति को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि सपा ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन दिया है, क्योंकि पार्टी का हाल दिल्ली में अच्छा है। जमेई ने बताया कि इंडिया अलायंस राष्ट्रीय स्तर का गठबंधन है और सब पार्टियां एक साथ हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मामले में निर्णय बड़े नेताओं के बीच होगा दिल्ली के अलावा, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच महाराष्ट्र और यूपी में भी खटपट नजर आई थी। यूपी उपचुनाव के दौरान दोनों पार्टियां एक मंच से चुनाव प्रचार करती नहीं दिखीं। महाराष्ट्र में सपा ने महाविकास अघाड़ी से अलग होने का एलान किया था। इसके अलावा, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भी सपा और कांग्रेस के बीच तालमेल की कमी दिखाई दी। अब दिल्ली में कांग्रेस और AAP के बीच खटपट और बढ़ती जा रही है