कहते हैं कि अगर लगन के साथ मेहनत की जाए, तो सफलता आपके पास खुद ही आ जाती है. ऐसी ही एक स्टोरी बिहार की रहने वाली मुस्कान की है, जिन्होंने अपने दादा से सीख लेकर देश की सबसे कठिन परीक्षा में सफलता पाई है
बिहार के सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के गोदना गांव की मुस्कान कुमारी ने अपनी मेहनत और लगन से एक बड़ा सपना पूरा किया है। मुस्कान ने पहली ही कोशिश में देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की परीक्षा पास कर सफलता का परचम लहराया है। मुस्कान के पिता सुमन कुमार गिरि भारतीय वायुसेना में जूनियर वारंट अधिकारी और प्रशिक्षक हैं। उनका देशभक्ति और अनुशासन से भरा जीवन मुस्कान के लिए प्रेरणा बना। बचपन से ही वायुसेना की कहानियों और अपने पिता की सेवा को देखकर मुस्कान ने हवाई जहाज उड़ाने का सपना देखा था, जिसे उन्होंने साकार किया
मुस्कान ने अपनी स्कूली शिक्षा विभिन्न राज्यों में केंद्रीय विद्यालय एयरफोर्स से प्राप्त की। 10वीं की परीक्षा में वह स्कूल टॉपर रहीं। इंटरमीडिएट की पढ़ाई विकास कांसेप्ट स्कूल, हैदराबाद से पूरी की। इसके बाद 2019 में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हैदराबाद से कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया और फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गईं। मुस्कान ने 29 दिसंबर 2024 को एयरफोर्स एकेडमी में एरोनॉटिकल इंजीनियर के पद पर योगदान दिया
मुस्कान अपनी सफलता का श्रेय अपने दादाजी सुरेश कुमार गिरि को देती हैं। वह छुट्टियों में जब भी अपने गांव आती थीं, तो दादाजी की प्रेरणादायक कहानियां और सीख उन्हें हमेशा मार्गदर्शन देती थीं। दादा के दिए मूल मंत्र को मुस्कान ने अपने जीवन में आत्मसात किया और इससे प्रेरणा लेकर कठिन मेहनत की
अब मुस्कान हैदराबाद स्थित एयरफोर्स एकेडमी में छह महीने का प्रारंभिक प्रशिक्षण और फिर बेंगलुरु के एयरफोर्स टेक्निकल कॉलेज में एक साल का प्रशिक्षण पूरा करेंगी। इसके बाद उन्हें फाइटर, हेलीकॉप्टर या ट्रांसपोर्ट विभाग में तैनाती मिलेगी। मुस्कान अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और दादा को देती हैं, जिन्होंने हमेशा उनका साथ दिया