यूपीआईटीएस में ओडीओपी उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाकर वैश्विक खरीदारों से सीधे जोड़ा जाएगा। इससे न केवल स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को फायदा होगा, बल्कि निर्यात और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इसका उद्देश्य प्रदेश को निर्यात के माम में शीर्ष पायदान पर ले जाना और निवेश आकर्षित करना है। सरकार चाहती है कि यूपी के हर जिले का हुनर वैश्विक बाजारों तक पहुंचे।
यूरोप से 110 ग्राहकों के आने की संभावना है, जिनमें से 88 ने पहले ही सहमति दे दी है। पश्चिम एशिया से 100 ग्राहकों का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 12 देशों के 76 खरीदार अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर चुके हैं। इसी तरह साउथ ईस्ट एशिया से 80 खरीदारों के आने की उम्मीद है, जिनमें से पांच देशों के 10 खरीदार पुष्टि कर चुके हैं।
साउथ एशिया रीजन से 50 में से 30 खरीदार आने वाले हैं। वहीं, लैटिन अमेरिकी देशों से 50 ग्राहकों के आने की संभावना है, जिनमें से 6 देशों के 27 ने सहमति दी है। नॉर्थ अमेरिका से 30 खरीदारों की उम्मीद है और इनमें से 3 देशों के 9 आने को तैयार हैं। अफ्रीका से 50 खरीदारों का लक्ष्य है, जिनमें 11 देशों के 38 बायर्स पहले ही सहमति दे चुके हैं।
17 प्रमुख सेक्टरों में लगेगी प्रदर्शनी
इस मेगा इंटरनेशनल शो को खास बनाने के लिए 17 प्रमुख सेक्टर्स के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इन सेक्टर्स में उत्तर प्रदेश की विशेष पहचान बनाने वाले उत्पाद और ओडीओपी विशेष रूप से प्रदर्शित होंगे।