Report By : ICN Network
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने देर रात आदेश जारी करते हुए जनहित और प्रशासनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर एक साथ कई कोतवाली और चौकियों के प्रभारियों का स्थानांतरण किया। इस बार मुख्य ध्यान शहरी क्षेत्रों में पुलिस कार्यक्षमता और जनसंपर्क को मज़बूत करने पर रखा गया।
सबसे बड़ा बदलाव पटेलनगर कोतवाली में हुआ, जहाँ इंस्पेक्टर हरिओम चौहान को हटाकर पुलिस कार्यालय अटैच किया गया। उनकी जगह कोतवाली नगर में तैनात इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह अधिकारी को पटेलनगर का नया प्रभारी नियुक्त किया गया। चंद्रभान सिंह को अपराध तथ्य विश्लेषण और फील्ड इंटेलिजेंस में उनके दक्ष कार्य के लिए पहले भी सराहना मिल चुकी है। एसएसपी का मानना है कि उनका अनुभव भीड़भाड़ वाले पटेलनगर क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में सहायक होगा।
इधर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) में सेवा दे रहे इंस्पेक्टर प्रदीप पंत को कोतवाली नगर का नया इंचार्ज बनाया गया है। प्रदीप पंत मानव तस्करी के कई गंभीर मामलों की तफ्तीश सफलतापूर्वक पूरी कर चुके हैं, जिसके चलते उन्हें जनभावनाओं से समीपतम कोतवाली में सौंपा गया है।
इसके अलावा रायपुर, नेहरू कॉलोनी, प्रेमनगर और क्लेमेंटटाउन थानों में भी निरीक्षकों को इधर-उधर किया गया है। एसएसपी ने स्पष्ट कहा कि यह फेरबदल “परफॉर्मेंस-आधारित” है—जिन अधिकारियों ने जनता-सेवा में बेहतर परिणाम दिखाए, उन्हें चुनौतीपूर्ण और व्यस्त इलाकों में भेजा गया है, जबकि जिन पर लापरवाही या अनुशासनहीनता के आरोप थे, उन्हें लाइन अटैच करके जांच भी शुरू की जा रही है।
फेरबदल का दूसरा प्रमुख मकसद शहर-ग्रामीण सीमा पर तालमेल बढ़ाना है ताकि अपराधी आसान थाना-सीमा परिवर्तन का लाभ न उठा सकें। प्रत्येक नए प्रभारी को अपने क्षेत्र में “शून्य सहिष्णुता, त्वरित संकल्प” की नीति सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है। उन्हें पहली तिमाही रिपोर्ट एसएसपी कार्यालय को सौंपनी होगी, जिसमें शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपराध दर, पेंडिंग इन्वेस्टिगेशन, बीट पुलिसिंग आदि का विस्तृत खाका शामिल होगा।
एसएसपी ने घोषणा की कि आम जनता से सीधे संवाद के लिए हर कोतवाली-प्रभारी सप्ताह में कम से कम एक “जन-सुनवाई कैंप” लगाएगा। सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को भी सक्रिय किया गया है ताकि शिकायतकर्ताओं को ऑनलाइन स्थिति-अपडेट तुरंत मिल सकें।
पुलिस मुख्यालय का मानना है कि ताज़ा फेरबदल से न केवल अपराध नियंत्रण में तेजी आएगी, बल्कि पुलिस-जन विश्वास भी सुदृढ़ होगा। शहर भर में नए तैनात अधिकारियों ने कार्यभार संभाल लिया है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि आने वाले त्योहार तथा पर्यटक सीज़न में कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।