Report By : ICN Network
नोएडा पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जो सोशल मीडिया पर उत्पादों के प्रचार और वितरकों की उपलब्धता के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा था। इस मामले में 13 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 10 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। कॉल सेंटर का संचालक मयंक तिवारी फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 10 लैपटॉप, 2 कंप्यूटर, 10 मोबाइल फोन, एक प्रिंटर, चेक बुक्स और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। यह गिरोह विभिन्न राज्यों की फैक्ट्रियों से संपर्क कर, सोशल मीडिया पर उत्पादों के प्रचार और वितरकों की उपलब्धता का झांसा देकर 3 से 4 लाख रुपये तक की राशि वसूलता था, लेकिन वादे के मुताबिक कोई सेवा नहीं दी जाती थी।
आरोपी विशेष रूप से दूर-दराज के राज्यों के लोगों को निशाना बनाते थे, ताकि उनके खिलाफ तुरंत कोई कानूनी कार्रवाई न हो सके। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सेंट्रल नोएडा, शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि सेक्टर-63 थाना पुलिस की टीम और स्थानीय खुफिया इकाई की मदद से सेक्टर-63 के जी-65, जी ब्लॉक में चल रहे इस फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया है।
डीसीपी अवस्थी के अनुसार, आरोपी 8 से 10 वितरकों का नेटवर्क बनाने और उत्पादों की सोशल मीडिया मार्केटिंग करने का झांसा देकर व्यापारियों से मोटी रकम ऐंठते थे। जब ग्राहक उनकी सेवाओं को लेकर सवाल करते, तो उनकी कॉल्स ब्लॉक कर दी जाती थीं। फिलहाल, पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस फरार मुख्य आरोपी मयंक तिवारी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।