नोएडा प्राधिकरण के 200 करोड़ रुपए की एफडी के नाम पर 3.90 करोड़ की धोखाधड़ी करने के मामले के मुख्य आरोपी मनु पोला उर्फ भोला के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट NBW जारी किया गया है। मनु पोला 11 महीने से फरार है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें बीते कई महीने से पश्चिमी बंगाल और बिहार समेत अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
डीसीपी क्राइम ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण के बैंक ऑफ इंडिया में 200 करोड़ रुपए की एफडी कराने के संबंध में कुछ व्यक्तियों द्वारा तीन करोड़ 90 लाख रुपए अन्य खातों में ट्रांसफर कराकर निकाल लिए गए थे। इस प्रकरण में मनोज कुमार नाम के व्यक्ति ने सेक्टर-58 थाने में शिकायत की थी। जांच के दौरान पांडुचेरी निवासी अब्दुल खादर, गाजियाबाद के मुरादनगर सुधीर चौधरी, बुलंदशहर निवासी मुरारी जाटव, उन्नाव निवासी राजेश बाबू और दिल्ली के राजेश का नाम प्रकाश में आया।
पांचों की अलग-अलग जगहों से गिरफ्तारी की गई। सभी के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है। मुख्य आरोपी बंगाल के 24 परगना जिले के मनु पोला उर्फ भोला को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है। वो 11 महीने से फरार है। बताते हैं कि पिछले दिनों नोएडा पुलिस मनु पोला को पकड़ने के लिए कोलकाता में उसके आवास पर पहुंची थी, लेकिन शातिर दिमाग होने के चलते वह फरार हो गया था। पुलिस उसकी तलाश में पूरे एक सप्ताह तक कोलकाता में रही थी और जगह-जगह पर दबिश देकर पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह गिरफ्त से दूर है।
मनु पोला के विदेश भागने की भी अटकलें हैं। दावा है कि उसके खिलाफ पूर्व में ही रेड कार्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। मनु पोला ने बहुत की शातिराना तरीके से धोखाधड़ी की थी। इसके लिए उसने गुरुग्राम, दिल्ली और नोएडा के कई होटलों में ठिकाना बनाया। अन्य आरोपियों को एकजुट कर मीटिंग की और योजना के तहत पूरी धोखाधड़ी को अंजाम दिया।