Report By : ICN Network
मुंबई में गणेश चतुर्थी का माहौल बनते ही बिजली सुरक्षा को लेकर एक अहम पहल की गई है। अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आपदा प्रबंधन विभाग के साथ हाथ मिलाया है ताकि शहर भर के गणेश मंडल स्वयंसेवकों को विद्युत सुरक्षा का विशेष प्रशिक्षण दिया जा सके।
इस संयुक्त प्रयास का मकसद त्योहार के दौरान बिजली से जुड़े खतरों को कम करना और आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारी को मजबूत बनाना है। इसके तहत अडानी इलेक्ट्रिसिटी के सेफ्टी ऑफिसर्स और बीएमसी की टीम “फर्स्ट रिस्पॉन्डर ट्रेनिंग प्रोग्राम” की एक श्रृंखला चला रही है, जो खार, सांताक्रूज, चेंबूर, दहिसर और बोरीवली सहित कई इलाकों में आयोजित होगी।
30 मिनट के इन सत्रों में विद्युत सुरक्षा के अहम पहलुओं पर फोकस होगा—जैसे खुदाई (एक्सकैवेशन) के दौरान सावधानियां, लोड कैलकुलेशन, सही आकार और श्रेणी के उपकरणों का चयन, मौसमरोधी सामग्री का इस्तेमाल, अस्थायी विद्युत कनेक्शन के नियम, बरसात या नमी में सुरक्षा उपाय, सुरक्षित वायरिंग सिस्टम और रोशनी व आपातकालीन प्रबंधन के सर्वोत्तम तरीके।
“हम सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और बीएमसी के साथ मिलकर गणेश मंडलों को विद्युत व्यवस्थाओं के सुरक्षित संचालन के लिए जरूरी ज्ञान देना चाहते हैं, ताकि सभी के लिए उत्सव आनंदमय और सुरक्षित हो।”
कुर्ला पश्चिम के कुरलाचा महाराजा गणेश मंडल के प्रतिनिधि समीर पवार ने इस पहल को बेहद उपयोगी बताया—”त्योहार में इतने अस्थायी कनेक्शन होते हैं, ऐसे में सही प्रक्रिया और सावधानियों की जानकारी बहुत जरूरी है।”
बीएमसी और अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने सभी गणेश मंडलों से इन प्रशिक्षण सत्रों में सक्रिय भागीदारी की अपील की है, ताकि इस वर्ष का गणेशोत्सव दुर्घटनामुक्त और सुरक्षित रूप से मनाया जा सके।