दिवाली की रात हरिद्वार से गंगाजल छोड़ दिया गया है। मंगलवार रात तक पानी मुजफ्फरनगर तक पहुंच गया था। बुधवार सुबह तक गंगनहर तक पानी पहुंचने की उम्मीद है। शुक्रवार तक इसके प्लांट तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इससे करीब 10 लाख से अधिक लोगों को राहत मिलेगी।
वार्षिक सफाई के लिए दो अक्तूबर दशहरा की रात से गंगनहर का पानी बंद कर दिया गया था। हर साल की तरह इस बार भी वसुंधरा, वैशाली, इंदिरापुरम और सिद्धार्थ विहार के लोगों के त्योहार बिना गंगाजल के बीते और लोगों को पेयजल की काफी समस्या हुई। 240 और 120 एमएलडी के दोनों प्लांट का 25 फीसदी पानी गाजियाबाद के लोगों को मिलता है और बाकी नोएडा को भेजा जाता है।
गंगाजल न मिलने के दौरान नगर निगम ने नलकूपों से सिर्फ एक बार पानी की आपूर्ति की वह भी पर्याप्त समय नहीं कर सका। इसकी वजह लोग पानी की किल्लत झेल रहे हैं। टैंकरों से ऊपरी मंजिलों पर पानी चढ़ाने में समस्या हो रही है और जिन इलाकों में भूजल की आपूर्ति हुई, वहां अधिक टीडीएस की समस्या रही। तय समय के मुताबिक दिवाली की रात को गंगनहर में हरिद्वार से पानी छोड़ दिया गया। इसके बुधवार सुबह मुरादनगर रेगुलेटर तक पहुंचने की उम्मीद है।
इसके साथ ही पानी सिद्धार्थ विहार के दोनों प्लांटों तक भी पहुंच जाएगा। बुधवार को प्लांटों तक पानी पहुंच जाता है तो शाम से गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। जल निगम के अधिशासी अभियंता ब्रह्मानंद ने बताया कि दिवाली की रात हरिद्वार से पानी छोड़ने की जानकारी मिली है लेकिन जब प्लांट में पानी पहुंचेगा। उसके बाद से हम लोगों को पानी की सप्लाई शुरू कर देंगे।