Report By : ICN Network
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने छह गांवों के किसानों को उनकी अधिग्रहित भूमि के बदले आबादी भूखंड देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिन गांवों में यह योजना लागू की जा रही है, वे हैं – खोदना खुर्द, पाली, इटेहरा, खैरपुर गुर्जर, सैनी और रिठौरी। इन गांवों के किसानों की पात्रता सूची तैयार कर ली गई है और अब आपत्तियाँ आमंत्रित की जा रही हैं। 15 दिन के भीतर मिलने वाली आपत्तियों के निपटारे के बाद पात्र किसानों को भूखंड आवंटित किए जाएंगे।
भूमि अधिग्रहण के दौरान किसानों से यह वादा किया गया था कि उन्हें उनकी जमीन के बदले छह प्रतिशत के हिसाब से आबादी भूखंड दिए जाएंगे। पहले 4000 से ज्यादा किसानों को यह लाभ नहीं मिल पाया था क्योंकि उनकी पात्रता सूची तय नहीं की गई थी। अब इस प्रक्रिया को फिर से शुरू किया गया है ताकि कोई भी पात्र किसान इसका लाभ पाने से वंचित न रह जाए।
हाल ही में बिरौंडा गांव के 30 किसानों को 25 साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद उनके आबादी भूखंड आवंटित किए गए। इस बार पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखने के लिए ड्रॉ की वीडियोग्राफी भी कराई गई थी।
प्राधिकरण का कहना है कि सभी बचे हुए गांवों के किसानों की पात्रता की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है। एक बार आपत्तियों का निपटारा हो जाने के बाद जल्द ही इन किसानों को भी उनके आबादी भूखंड मिल जाएंगे। यह कदम न केवल किसानों के हक को मजबूत करेगा, बल्कि उनके आवास और भविष्य की योजना को भी सुरक्षित करेगा।