Report By : ICN Network
ग्रेटर नोएडा में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समीप भारत का छठा सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। यह अत्याधुनिक परियोजना लगभग 3,700 करोड़ रुपये के निवेश से तैयार होगी और इसे HCL तथा फॉक्सकॉन की साझेदारी में संचालित किया जाएगा। यह संयंत्र यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सेक्टर-28 में 48 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा।
इस सेमीकंडक्टर फैक्ट्री में हर महीने करीब 36 मिलियन डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स तैयार किए जाएंगे, जिनका इस्तेमाल मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, चिकित्सा उपकरणों और रक्षा प्रणालियों में किया जाएगा। यह फैक्ट्री कंपाउंड सेमीकंडक्टर, सिलिकॉन फोटोनिक्स, सेंसर फैब्स, डिस्क्रीट सेमीकंडक्टर और आउटसोर्स सेमीकंडक्टर असेंबली एवं परीक्षण (OSAT) सेवाओं का भी निर्माण करेगी।
परियोजना के माध्यम से लगभग 2,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। यह भारत सरकार के सेमीकंडक्टर मिशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। इस प्लांट की भौगोलिक स्थिति – नोएडा एयरपोर्ट के पास होना – लॉजिस्टिक्स के लिहाज से अत्यंत उपयुक्त है।
इस क्षेत्र में पहले ही मेडिकल डिवाइस पार्क और टॉय पार्क जैसी योजनाएं प्रस्तावित हैं, जिससे यह स्थान तकनीकी और औद्योगिक दृष्टिकोण से एक महत्त्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है। यह विकास न केवल उत्तर प्रदेश को तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बनाएगा, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को $1 ट्रिलियन तक पहुंचाने के लक्ष्य में भी सहयोग देगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए कई अहम घोषणाएं की हैं, जैसे – भूमि की कीमत में 75% की छूट, 10 वर्षों तक बिजली शुल्क से पूरी छूट, और बिना रुकावट आपूर्ति के लिए दोहरी ग्रिड नेटवर्क की सुविधा। इन पहलों के जरिए ग्रेटर नोएडा को भारत के सेमीकंडक्टर मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाने की तैयारी है।