Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराने के बाद देश के नाम संबोधन दिया है। उन्होंने इस संबोधन में मणिपुर हिंसा पर सबसे पहले चर्चा की। उन्होंने कहा कि मणिपुर में बीते दिनों हिंसा का दौर चला, लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। पूरा भारत मणिपुर के लोगों के साथ है। मां बेटियों के सम्मान से खिलवाड़ हुआ। उन्होंने अपील की कि मणिपुर के लोग शांति के पर्व को आगे बढ़ाए। शांति से ही हर हल निकलता है। केंद्र और राज्य सरकार शांति बनाए रखने के लिए भरपूर प्रयास कर रही और करती रहेगी।
इससे पहले उन्होंने लाल किले पर पहुंचकर गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। लाल किले पर पहुंचने और तिरंगा फहराने से पहले प्रधानमंत्री राजघाट पहुंचे थे और उन्होंने यहां बापू महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई। इससे पहले, लाल किला पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। लाल किला पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण किया। इसके बाद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने जैसे ही राष्ट्रीय ध्वज फहराया, भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-III ध्रुव ने कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा की।