Report By : ICN Network
इनपुट टैक्स क्रेडिट के नाम पर किए जा रहे एक बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ करते हुए अधिकारियों ने एक आयरन व्यापारी को गिरफ्तार किया है, जिसने 26 करोड़ रुपये का जीएसटी घोटाला किया। जांच में सामने आया कि व्यापारी ने फर्जी कंपनियों के नाम से जीएसटी पंजीकरण कर फर्जी इनवॉइस और खरीद-बिक्री का झूठा रिकॉर्ड तैयार किया था।
विभाग को जब कुछ लेन-देन संदिग्ध लगे, तब पूरे नेटवर्क की गहन जांच की गई। पता चला कि कारोबारी ने सिर्फ कागज़ों पर मौजूद फर्मों के माध्यम से बिना किसी असल व्यापार के भारी मात्रा में इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम किया। ट्रांसपोर्टेशन, डिलीवरी और खरीद के सारे दस्तावेज फर्जी पाए गए।
विभाग ने आरोपी को जीएसटी अधिनियम की धारा 132 के तहत हिरासत में लेकर न्यायिक कार्यवाही शुरू कर दी है। इस धारा के तहत दोषी को पांच साल तक की सजा हो सकती है। साथ ही, अधिकारियों को संदेह है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक संगठित फर्जीवाड़ा गिरोह भी सक्रिय हो सकता है।
इस घोटाले के उजागर होने के बाद अन्य संदिग्ध जीएसटी रजिस्ट्रेशनों की भी पड़ताल शुरू कर दी गई है। फर्जी इनवॉइस के सहारे टैक्स चोरी करने वाले इस नेटवर्क को पकड़ने के लिए विभागीय टीमें कई जगहों पर छापेमारी कर रही हैं।