पिछले 10 वर्षों में सनातन संस्कृति के ऊर्जा का समय रहा ,परंपरा बन गई थी की फूट डालो और राज करो लगता है कि इससे हमारा देश पिछले 10 वर्षों में बाहर निकाला है। ऐसे लोग जो इस काम में सनलिप्त थे उनका चेहरा भी बेनकाब हो गया ।अमावस का गहरा अंधेरा था छटने लगा है समाज में जागृति का नया सूरज उगने लगा है और बड़ी मात्रा में सपनों का कमल खिलाने लगा है।
पूरे देश में इन दोनों सनातन धर्म को लेकर राजनीतिक जोरों पर चल रही है हर कोई सनातन पर हमला कर गैर हिंदू वोट लेने के प्रयास में लगा हुआ है वही आज गाजीपुर में दो दिनों के दौरे पर पहुंचे जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उत्थान फाउंडेशन के द्वारा आयोजित गोष्टी सनातन धर्म की प्रासंगिकता कार्यक्रम में शामिल हुए जिसमें उन्होंने पिछले 10 सालों में बहुत कुछ बदलने की बात कही उन्होंने कहा कि सैकड़ो वर्ष की गुलामी के बाद आज हमारा समाज बड़े परिवर्तन के मुहाने पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पिछले 10 वर्षों में सनातन संस्कृति के ऊर्जा का समय रहा है इन 10 सालों में जन-जन की सोच में परिवर्तन आया है।
एक परंपरा बन गई थी की फूट डालो और राज करो लगता है कि इससे हमारा देश पिछले 10 वर्षों में बाहर निकाला है ऐसे लोग जो इस काम में सनलिप्त थे उनका चेहरा भी बेनकाब हो गया है ऐसे में भारत और गाजीपुर के लोग ऐसे लोगों को पहचाने और आगे से ऐसा ना हो इसके बारे में भी सोचें।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में जो पिछले 10 साल के अमावस का गहरा अंधेरा था छटने लगा है समाज में जागृति का नया सूरज उगने लगा है और बड़ी मात्रा में सपनों का कमल खिलाने लगा है।