Report By : ICN Network
फर्जी डिग्रियां जारी करने के आरोपों में घिरी JS यूनिवर्सिटी पर योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। राजस्थान पुलिस के बाद अब यूपी पुलिस ने भी कुलपति सुकेश यादव और अन्य अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
शिकायत के अनुसार, कुछ छात्र जब अपनी डिग्री की पुष्टि कराने विश्वविद्यालय पहुंचे तो उनके साथ बदसलूकी की गई और डिग्री सत्यापन से इनकार कर दिया गया। इस घोटाले ने हजारों छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है।
अब यूपी पुलिस कुलपति और अन्य अधिकारियों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है, जिससे मामले की गहराई से जांच की जा सके।
इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन कृषि विभाग में ताला लगाकर फरार हो गया। छात्रों का आरोप है कि कुलपति सुकेश यादव, डायरेक्टर गौरव यादव, पीएस यादव, कृषि विभाग के एचओडी उमेश मिश्रा, नंदन मिश्रा सहित अन्य स्टाफ ने संगठित रूप से छात्रों से भारी रकम वसूलकर फर्जी अंक तालिकाएं तैयार कीं और जारी कीं।
इस फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद छात्रों में आक्रोश है, और वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। प्रशासनिक स्तर पर भी इस मामले की गहन जांच की जा रही है, और जल्द ही जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
छात्रों का कहना है कि JS यूनिवर्सिटी ने निर्धारित मानकों से कई गुना अधिक छात्रों को प्रवेश देकर फर्जी अंकतालिकाएं जारी कीं। इससे पहले भी विश्वविद्यालय प्रशासन पर धोखाधड़ी के आरोप लग चुके हैं, और इसी मामले में कुलपति सुकेश यादव व रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा को पहले भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और इस घोटाले में शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी गहन जांच की जाएगी। न्यायालय से अनुमति लेकर सुकेश यादव और अन्य अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी।
गौरतलब है कि बीपीएड की फर्जी डिग्री मामले में कुलपति सुकेश यादव, रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा और दलाल अजय भारद्वाज को राजस्थान पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं, फिरोजाबाद जिला प्रशासन की टीम भी मामले की जांच में जुटी हुई है। इन फर्जी डिग्रियों के चलते राजस्थान में कई लोगों ने शारीरिक शिक्षक की नौकरी हासिल कर ली थी, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।