कानपुर में हुए सोना चोरी कांड की जांच पूरी हो चुकी है। मामले की जांच रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंपी गई, जिसमें रेलबाजार थाने के पूर्व थानेदार दरोगा विजय दर्शन समेत चार पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया है। इन पर चोरी के बरामद 25 लाख रुपये के सोने को हड़पने का आरोप था। जांच के दौरान हेड कांस्टेबल को सभी आरोपों से निर्दोष पाया गया और उसे क्लीन चिट दे दी गई
जांच कमेटी ने घटना के सभी पहलुओं की गहनता से समीक्षा की। रिपोर्ट में सामने आया कि चार पुलिसकर्मियों ने बरामद सोने को लेकर अपनी जिम्मेदारी का गलत इस्तेमाल किया। यह मामला तब सामने आया जब चोरी का सोना बरामद होने के बावजूद मालिक को वापस नहीं दिया गया, जिससे शक गहराता चला गया
इस मामले ने पुलिस विभाग की छवि पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस कमिश्नर ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है। वहीं, जांच में निर्दोष पाए गए हेड कांस्टेबल की प्रतिष्ठा को बहाल करने की भी बात कही गई है। इस कांड ने ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के महत्व पर एक बार फिर प्रकाश डाला है