कानपुर शहर में भारी वाहनों का प्रवेश न हो इसलिए शहर के किनारे-किनारे 93 किलोमीटर लंबा रिंग रोड बनाया जा रहा है। कानपुर आउटर रिंग रोड उद्योग पथ के नाम से भी जाना जाएगा। यह हाईस्पीड सड़क मार्ग 6 लेन का एक्सेस कंट्रोल होगा, जो कानपुर शहर को चारो ओर से कवर करेगा। इस पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से हल्के वाहन और भारी वाहनों के लिए 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार भर सकेंगे। आइये जानते हैं यह कब तक तैयार होगा? कानपुर में ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए 93 किलोमीटर लंबा छह-लेन का उद्योग पथ (आउटर रिंग रोड) तैयार किया जा रहा है। यह परियोजना नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा पांच अलग-अलग चरणों में पूरी की जाएगी। उद्योग पथ का निर्माण ईपीसी मोड में किया जा रहा है, जिसमें सरकार 100 प्रतिशत बजट (40.77 अरब रुपये) खर्च करेगी। परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण सर्किल रेट के आधार पर किया गया है उद्योग पथ से शहर के बाहर से गुजरने वाले सभी हाईवे जुड़े होंगे, जिससे जीटी रोड और गंगा पुल पर वाहनों का दबाव कम होगा। इससे हल्के वाहन चालक 120 किमी/घंटा और भारी वाहन चालक 90 किमी/घंटा की गति से सफर कर सकेंगे। रिंग रोड के प्रमुख हिस्से सचेंडी से रमईपुर, रमईपुर से रूमा, और चकेरी होते हुए गंगा नदी पर पुल पार कर उन्नाव तक जाएंगे परियोजना के पूरा होने के बाद, मध्य प्रदेश, इलाहाबाद, और लखनऊ जैसे शहरों की ओर जाने वाले वाहनों को अब शहर के अंदर से नहीं गुजरना होगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी। खासतौर पर गंगा पुल पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा उद्योग पथ के निर्माण में 85 गांव शामिल होंगे, जिनमें बघवट, मलिकपुर, मकरंदपुर, टिकरा कानपुर, भिसार, गंभीरपुर और मकसूदाबाद जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसके तहत हलके और भारी वाहनों को तेज गति से गुजरने का विकल्प मिलेगा एनएचएआई का दावा है कि यह परियोजना 2027 तक पूरी हो जाएगी। इस परियोजना से कानपुर न केवल ट्रैफिक समस्या से मुक्त होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय और अंतरराज्यीय परिवहन को भी बेहतर बनाएगा। यह पहल न केवल ट्रैफिक के लिए राहत लाएगी, बल्कि क्षेत्र में विकास और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी
Kanpur Ring Road: 93 किमी लंबे उद्योगपथ से ट्रैफिक सुधार, किसानों को मिला बड़ा फायदा!
कानपुर शहर में भारी वाहनों का प्रवेश न हो इसलिए शहर के किनारे-किनारे 93 किलोमीटर लंबा रिंग रोड बनाया जा रहा है। कानपुर आउटर रिंग रोड उद्योग पथ के नाम से भी जाना जाएगा। यह हाईस्पीड सड़क मार्ग 6 लेन का एक्सेस कंट्रोल होगा, जो कानपुर शहर को चारो ओर से कवर करेगा। इस पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से हल्के वाहन और भारी वाहनों के लिए 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार भर सकेंगे। आइये जानते हैं यह कब तक तैयार होगा? कानपुर में ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए 93 किलोमीटर लंबा छह-लेन का उद्योग पथ (आउटर रिंग रोड) तैयार किया जा रहा है। यह परियोजना नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा पांच अलग-अलग चरणों में पूरी की जाएगी। उद्योग पथ का निर्माण ईपीसी मोड में किया जा रहा है, जिसमें सरकार 100 प्रतिशत बजट (40.77 अरब रुपये) खर्च करेगी। परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण सर्किल रेट के आधार पर किया गया है उद्योग पथ से शहर के बाहर से गुजरने वाले सभी हाईवे जुड़े होंगे, जिससे जीटी रोड और गंगा पुल पर वाहनों का दबाव कम होगा। इससे हल्के वाहन चालक 120 किमी/घंटा और भारी वाहन चालक 90 किमी/घंटा की गति से सफर कर सकेंगे। रिंग रोड के प्रमुख हिस्से सचेंडी से रमईपुर, रमईपुर से रूमा, और चकेरी होते हुए गंगा नदी पर पुल पार कर उन्नाव तक जाएंगे परियोजना के पूरा होने के बाद, मध्य प्रदेश, इलाहाबाद, और लखनऊ जैसे शहरों की ओर जाने वाले वाहनों को अब शहर के अंदर से नहीं गुजरना होगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी। खासतौर पर गंगा पुल पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा उद्योग पथ के निर्माण में 85 गांव शामिल होंगे, जिनमें बघवट, मलिकपुर, मकरंदपुर, टिकरा कानपुर, भिसार, गंभीरपुर और मकसूदाबाद जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसके तहत हलके और भारी वाहनों को तेज गति से गुजरने का विकल्प मिलेगा एनएचएआई का दावा है कि यह परियोजना 2027 तक पूरी हो जाएगी। इस परियोजना से कानपुर न केवल ट्रैफिक समस्या से मुक्त होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय और अंतरराज्यीय परिवहन को भी बेहतर बनाएगा। यह पहल न केवल ट्रैफिक के लिए राहत लाएगी, बल्कि क्षेत्र में विकास और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी