Report By : ICN Network
दिल्ली के जंतर मंतर पर कश्मीरी हिंदू समुदाय ने 22 अप्रैल को श्रीनगर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में एक मजबूत प्रदर्शन आयोजित किया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली पर्यटक शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन में विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के सदस्य भी शामिल हुए, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया और प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की।
इस घटना के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उनके मास्टरमाइंड्स को “अकल्पनीय सजा” दी जाएगी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी हमले की निंदा की और कहा कि सरकार आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगी।
इस हमले के बाद, जम्मू-कश्मीर में शोक और विरोध की लहर दौड़ गई है। कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (KCCI) ने हमले में मारे गए स्थानीय नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और हमले की कड़ी निंदा की। संगठन ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की अपील की और सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इस हमले ने कश्मीर में शांति और सुरक्षा की स्थिति को फिर से चुनौती दी है। सरकार और सुरक्षा बलों ने हमले के दोषियों की पहचान करने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच शुरू कर दी है। इस बीच, देशभर में लोग शोक और विरोध प्रदर्शन के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दे रहे हैं।