Report By : ICN Network
केरल में एक 14 वर्षीय छात्र मिहिर अहमद ने रैगिंग से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी मां ने आरोप लगाया कि स्कूल और बस में बदसलूकी की गयी, फ्लश ऑन करके सिर अंदर धकेला गया। स्पेशल जांच टीम ने केस की जांच शुरू कर मिहिर के माता-पिता के बयान दर्ज किए।
कोच्चि में 15 वर्षीय छात्र की आत्महत्या मामले में रैगिंग, मारपीट और अपमानजनक व्यवहार करने के आरोप लग रहे हैं। छात्र की मां ने कहा है कि क्रूर रैगिंग ने उसके बेटे की जान ले ली। इंस्टाग्राम पोस्ट में छात्र की मां राजना पीएम ने लिखा कि उनके बेटे मिहिर अहमद से मारपीट की गई। दुर्व्यवहार की हद तो यहां तक हो गई कि उसे टॉयलेट में ले जाकर गंदी हरकत की गई। छात्र की मां ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और केरल पुलिस प्रमुख को पत्र लिखकर बेटे की मौत की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
सीएमओ और राज्य पुलिस प्रमुख को दी गई अपनी शिकायत में, मिहिर की मां राजना पीएम ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा मिहिर कक्षा 9 का छात्र था। उसने नवंबर 2024 में जीईएमएस मॉडर्न एकेडमी में दाखिला लिया था। उसके साथ स्कूल और स्कूल बस में बदसलूकी की गई। कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की गई, उसे जबरन वॉशरूम ले जाया गया और उसके साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया। शिकायत में बताया गया है कि मिहिर 15 जनवरी को दोपहर 3.25 बजे स्कूल से घर लौटा। बाद में उसे त्रिपुनिथुरा इलाके में अपार्टमेंट परिसर की 26वीं मंजिल पर कॉरिडोर की खिड़की के पास खड़ा पाया गया, जहां परिवार रहता है। दोपहर 3.50 बजे उसने 26वीं मंजिल से छलांग लगा दी थी। एसआईटी ने रविवार को मिहिर के माता-पिता के विस्तृत बयान दर्ज किए। जांच में यह भी रिपोर्ट शामिल है कि मिहिर को अपने पिछले संस्थान – ग्लोबल पब्लिक स्कूल में उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था। राजना के भाई शरीफ के अनुसार, छात्रों के बीच ऑनलाइन चैट इतिहास के विश्लेषण से पता चला है कि मिहिर को
उसके नए स्कूल में रैगिंग का सामना करना पड़ा था। अपने बेटे की मौत के बाद, राजना ने प्रिंसिपल को पत्र लिखा और सोशल मीडिया पर टेक्स्ट मैसेज के स्क्रीनशॉट शेयर किए। उसने दावा किया कि स्कूल ने उसे सूचित किया कि उन्होंने मामले को पुलिस को भेज दिया है। उन्होंने कहा, मेरा दृढ़ विश्वास है कि स्कूल के अधिकारी पुलिस और जनता से रैगिंग को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें डर है कि इससे स्कूल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा। GEMS मॉडर्न एकेडमी ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह ठोस सबूतों के बिना अनुमानों और सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर कार्रवाई नहीं कर सकता। स्कूल ने बदमाशी और रैगिंग पर अपने शून्य-सहिष्णुता के रुख को दोहराया, जिसमें कहा गया कि वह इस तरह के हानिकारक व्यवहार में शामिल किसी भी छात्र को माफ या संरक्षण नहीं देता है। रविवार को, स्कूल ने पूरी तरह से और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए उप-प्रधानाचार्य बीनू अजीज को निलंबित कर दिया। एर्नाकुलम के शिक्षा उपनिदेशक ने शनिवार को स्कूल का दौरा किया। केरल राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की और जिला पुलिस प्रमुख, प्रधानाचार्य समेत अन्य को नोटिस जारी किया।